हिलसा ( नालंदा ) बिगड़ते पर्यावरण को बचाने के लिए आम जन की अधिक से अधिक भागीदारी हो सके इसके लिए शहर का एक बाल कलाकर अपनी मीठी सुरों के माध्यम से प्रयास कर रहा है. शुक्रवार की देर शाम स्थानीय डाकबंगला के समीप वर्चुअल गायन के माध्यम से नन्हा बाल कलाकर संदीप हल्दर ने अपनी सुरों की तान छेड़ आम जन को कम से कम अपने जीवन में दो – दो पेंड़ लगाने की सलाह दी तथा पेंड़ पौधा काटने को पाप बताया. इसके साथ साथ जल जीवन हरियाली, मिशन हरियाली को सफल बनाने की भी अपील की. इसके पूर्व भी उसके क़ोरोना जागरुकता गीत को सोशल मीडिया पर काफ़ी सराहा जा चुका है.https://youtu.be/9uDiIx_23PI
पेशे से चिकित्सक डा. सुब्रत हल्दर के तेरह वर्षीय पुत्र संदीप ने अपने गीत में धरती को हरा भरा रखने का आह्वान करते हुए अभियान को गति देने की बात कही है. पूर्व भी कई बार इस नन्हे बाल कलाकर ने सामाजिक सुधार सम्बंधी जागरुकता गीत गाए हैं जिसे लाखों लोगों की सराहना मिल चुकी है. इसकी प्रतिभा को देख नालंदा के ज़िलाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने भी इसे सम्मानित कर चुके हैं. तेज़ी से वायरल हो रहे इस पर्यावरण जागरुकता गीत में संदीप का साथ देते हुए नालंदा के आइकॉन सह समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव भी नज़र आ रहे हैं. श्री मानव ने नन्हे बाल कलाकर की हौसला आफ़जाई करते हुए इसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.