चैती छठ पूजा को लेकर नालंदा जिले के बड़गांव औगांरीधाम और देवनगरी मोरातालाव छठघाट पर छठवर्तियों की भीड़ उमड़ पड़ी। छठ व्रतियों ने देवनगरी मोरातलाव छठ घाट पर डूबते हुए सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। वहीं इस बार पूर्व की तरह मोरा तालाव छठघाट पर एसडीआरएफ की टीम भी मुस्तैद दिखी।
स्थानीय प्रशासन भी छठ पूजा को लेकर पूरी तरह से सक्रिय दिखा। मोरा तालाब पर मौजूद पुजारी ने बताया कि कार्तिक छठ पूजा को लोग पुत्र वधू के रूप में माना जाता है और चैती छठ को लोग सास के रूप में मानते हैं। चैती छठ पूजा ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर होता है और कार्तिक छठ पूजा शहर और ग्रामीण क्षेत्र दोनों में होता है।मोरा तालाव छठ घाट में बिहारशरीफ एवं आसपास के छठवर्ती अर्ध्य देने आते हैं।