बिहारशरीफ:38 बिहार बटालियन एनसीसी , बिहार शरीफ का आज गुरुवार को गया ग्रुप के कमांडर ब्रिगेडियर नीतीश बिष्ट ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यालय स्थित किसान कॉलेज के दोनों यूनिटों का भी अवलोकन किया । ब्रिगेडियर बिष्ट इस दौरान एनसीसी के कैडेटों से भी रूबरू हुए तथा उनकी समस्याओं को बारी बारी से सुनकर उसके निदान के उपाय भी बताए । इस दौरान 38 बिहार बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल राजीव बंसल भी उनके साथ थे। सबसे पहले बटालियन मुख्यालय में नीतीश बिष्ट को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । उसके बाद उन्होंने बटालियन परिसर में महोगनी का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। फिर 38 बिहार बटालियन से जुड़े सभी एनसीसी अधिकारियों से भी रूबरू हुए ।
ब्रिगेडियर बिष्ट ने अपने संबोधन में कहा कि अब सभी स्कूल व कॉलेजों में नए सत्र का आरंभ हो चुका है इसलिए जल्द नए कैडेटों का नामांकन कराने के उपरांत संस्थागत प्रशिक्षण प्रारंभ होने चाहिए । क्योंकि बिना संस्थागत प्रशिक्षण के कैडेटों का विकास संभव नहीं है । उन्हें परीक्षा में सफलता पाने के लिए तथा जीवन में अग्रसर होने के लिए निखारना जरूरी है । और यह प्रयास संस्था के सहयोग से ही संभव है । इससे पहले ब्रिगेडियर बिष्ट ने किसान कॉलेज के दोनों यूनिट का निरीक्षण किया जहां कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा भव्य स्वागत किया गया ।
किसान कॉलेज सोहसराय में एनसीसी के सभी कडेट उपस्थित रहे। जहां ब्रिगेडियर नितीश विशिष्ट ने बच्चों के साथ बातचीत की और एनसीसी करने के फायदे भी बताए। प्राचार्य डॉ अशोक कुमार ने एनसीसी के क्रिया-कलाप से संतोष व्यक्त किया और ग्रुप कमांडर से कॉलेज के बच्चों पर विशेष ध्यान देने की बात कही। इस मौके पर कर्नल राजीव बंसल, एनसीसी अधिकारी डॉ संजय कुमार, डॉ सुधीर रंजन, अन्य सभी कर्मचारी और कॉलेज के सदस्य मौजूद थे। उधर बटालियन में ग्रुप कमांडर ने बटालियन के विकास में जुड़े प्रतिभाशाली कैडेटों को नकद राशि व मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर एनसीसी अधिकारी कैप्टन डॉ अनुज कुमार, लेफ्टिनेंट राकेश रंजन पांडेय, लेफ्टिनेंट डॉक्टर शशिकांत कुमार टोनी,थर्ड ऑफिसर मधुकांत, प्रवीण कुमार, मो शाहनवाज, सीटीओ ज्ञानानंद कुमार के अलावा सूबेदार मेजर सिकुर सेबय्या, सूबेदार बुद्धा , नायब सूबेदार शंकर जाधव के अलावा ट्रेनिंग ब्रांच से बिजय शंकर,विकास कुमार हेड क्लर्क सचिन कुमार ,अखिलेश्वर अन्य सिविल स्टाफ उपस्थित हुए।