श्री बिहार धर्मशाला के जर्जर भवन का निरीक्षण किया गया। भवन के कमरे जीर्णशीर्ण अवस्था में है। उपस्थित सचिव श्री मृत्युजंय नाथ गोपाल जी के द्वारा बताया गया कि भवन को 2019 में ही भवन निर्माण विभाग द्वारा जर्जर घोषित किया जा चुका है।धर्मशाला के आय के बारे मे पूछने पर बताया गया कि धर्मशाला में 12 दूकान एवं 4 गोदाम हैं, जिसमें से कुछ दुकानदार के द्वारा किराया दिया जाता हैं, बाकी के द्वारा नही। सचिव के द्वारा यह भी बताया कि धर्मशाला का किसी तरह का कागजात प्रभार में पूर्व सचिव के द्वारा नहीं दिया गया है। जिसे दिलाने का अनुरोध किया गया है। धर्मशाला का प्रभार देने के लिए पूर्व सचिव को नोटिस दी गयी है। अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि ये धर्मशाला शहर के बीचों बीच अवस्थित है इसलिए ये बिहार शरीफ के लिए बहुत महत्वपूर्ण धर्मशाला है। आपसी विवाद के कारण इस धरोहर का उपयोग नगर वासी नही कर पा रहे हैं।
न्यास पार्षद के दिशा निदेश के अंतर्गत सीघ्र हीं बैठक कर इस से संबंधित किसी भी तरह के विवाद को सुलझाया जाएगा और इस धरोहर को उपयोग में लाने के लिए नीति बनाई जाएगी।
इसके साथ हीं गौ रक्षणी का भी निरक्षण किया गया। निरीक्षण में उपस्थित सदस्य के द्वारा बताया गया कि गौ रक्षणी के जमीन का घेराबंदी नहीं होने के कारण विवाद होता है एवं इसके संचालन में कठिनाई आती है। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पूर्व में भी यहां से अतिक्रमण हटाया गया था एवं सदस्यो को बताया गया कि इसी महीने गौरक्षणी से संबंधित सभी जमीन के विवाद को निपटाया जाएगा एवं उसके संचालन पर सभी कार्यकारिणी सदस्यों के साथ बैठक करते हुए उसके जीर्णोद्धार की करवाई की जाएगी।