● साइकिल चलाने से मांसपेशियां भी मजबूत होती है
● भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा साइकिल का बाजार है
● साइकिल आज संभ्रांत लोगों की भी पंसद बन गई है
●साईकिल:देश, समाज और पर्यावरण की सुरक्षा का वाहन है।
बिहारशरीफ-नालंदा, 3 जून 2021 : कोरोनावायरस महामारी के कारण सादगीपूर्ण तरीके से शंखनाद ने वेबिनार द्वारा विश्व साइकिल दिवस पर साहित्यिक मंडली शंखनाद के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह की अध्यक्षता एवं राष्ट्रीय शायर नवनीत कृष्ण के संचालन में गम्भीर चर्चा की गई। कार्यक्रम में वेबिनार के माध्यम से साहित्यिक मंडली शंखनाद के सचिव राकेश बिहारी शर्मा ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली द्वारा हर साल 3 जून को यह दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन वर्ष 2018 में अंतरराष्ट्रीय साइकिल दिवस घोषित किया गया था।
उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन में साइकिल के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से विश्वभर में आज साइकिल दिवस मनाया जा रहा है। हमारे जीवन में साइकिल के कई फायदे है। साइकिल चलाने से व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ तो रहता ही है। इसके साथ ही पर्यावरण और अर्थव्यस्था पर भी काफी अनुकूल प्रभाव पड़ता है। लोगों के बीच जागरूकता फैलना ही इस दिवस को मनाने का मूल उद्देश्य है। आज के दौर में जब पेट्रोल की किमते आसमान छू रही है और कोरोना काल के समय में शरीर व स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए लोग साइकिल के महत्व को समझने लगे है। साइकिल चलाने से मांसपेशियां भी मजबूत होती है। पर्यावरण के सुरक्षा के लिहाज से भी साइकिल चलाना एक बहुत अच्छी पहल है।यह वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखने में सहायक है। साथ ही साइकिल चलाने में किसी प्रकार के ईधन का भी खर्च नहीं होता है। साइकिल चलाना किफायती भी है। साइकिल चलाकर हम ईधन को भी बचा सकते हैं। यह पर्यावरण के अनुकूल है, साथ ही शरीर को स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका निभाती है। इसके अलावा साइकिल की कीमत काफी कम बजट में भी रहती है और इसे चलाने के लिए फ्यूल पर खर्चा नहीं करना पड़ता है।कोरोना महामारी आने के बाद से लोगों के बीच अपने स्वास्थ्य को लेकर बढ़ी जागरुकता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा साइकिल का बाजार है।
इस वर्ष कोरोना के कारण सभी दिवसों का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया जा रहा है। साइकिल चलाने से सेहत के साथ जेब और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकता है। तो ऐसे में विश्वभर में साइकिल चलाने के फायदे बताने के लिए, इस विषय पर चर्चा का आयोजन,इस वर्ष में विश्व में ऑनलाइन माध्यम से हो रहे हैं।
अध्यक्षता करते हुए शंखनाद के अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि योग और एक्सरसाइज की तरह की साइकिलिंग करना भी एक फिजिकल गतिविधि है, जिससे हार्ट और फेफड़े, दोनों स्वस्थ रहते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं सुबह के समय साइकिल चलाने से शरीर दिनभर ऊर्जावान रहते है और रात को बहुत अच्छी नींद आती है। पर्यावरण संरक्षण और नैसर्गिकता को बरकरार रखने के उद्देश्य से ही आज दुनियाभर में विश्व साइकिल दिवस मनाया जा रहा है। साइकिल चलाने से शरीर की तमाम मशल्स हेल्दी और मजबूत हो जाती हैं। साइकिल चलाने वालों के मस्तिष्क काफी ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इतना ही नहीं साइकिल चलाने से आप सामान्य की तुलना में गहरी सांसें लेते हैं और ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं। इसके चलते शरीर में रक्त संचार भी बढ़ जाता है और साथ ही फेफड़ों के अंदर तेजी से हवा अंदर और बाहर होती है। इससे फेफड़ों की क्षमता में भी सुधार होता है और फेफड़ों में मजबूती आती है।शंखनाद के मीडिया प्रभारी नवनीत कृष्ण ने कहा- नियमित साइकिल चलाना सबसे अच्छा व्यायाम है। इससे शरीर भी निरोगी रहता है। इससे भी महत्वपूर्ण यह कि साइकिल की सवारी पर्यावरण संरक्षण के लिए भी अच्छा है। यही वजह है कि साइकिल आज आम आदमी के साथ साथ पदाधिकारियों की भी पंसद बन गई है। उन्होंने लोगों से अपील की जरूरी पड़ने पर ही वाहनों का प्रयोग करें। रोजाना की जरूरतों को साइकिल से आसानी से पूरा किया जा सकता है।इस अवसर पर समाज सेविका सविता बिहारी, समाजसेवी धीरज कुमार, सुनीता देवी, स्वाति कुमारी, कशिश कुमारी मौजूद रहे।