दीपावली के समाप्त होते ही पूरी नालंदा जिले में छठ पूजा की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है। 17 नवंबर से चार दिवसीय छठ पूजा के बीच शुरुआत होने जा रही है। जिसको लेकर जिला प्रशासन भी उन सभी छठ घाट का निरीक्षण कर रही है जिन छठघाट पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। छठ वर्तीयो के द्वारा छठ पूजा को लेकर बड़े पैमाने पर छठ घाटों पर मिट्टी के चूल्हे का निर्माण किया जा रहा है।
बाजारों में छठ पूजा को लेकर रौनक बढ़ गई है हालांकि अभी बाजार में खरीदारों की भीड़ कम देखी जा रही है।स्थानीय बाजारों में छठ पूजा को लेकर सूप बट्टा नारियल आम की लकड़ी मिट्टी से बने बर्तन की मांग बढ़ गई है। छठ पूजा में मिट्टी से बने बर्तन मिट्टी के चूल्हे का अपना एक खास महत्व है क्योंकि छठवर्ती इसी मिट्टी के चूल्हे और मिट्टी के बर्तन में छठ का प्रसाद बनाती है। छठ पूजा को लेकर छठ घाट का भी सौदर्यीकरण एवं साफ सफाई युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। परिवार के सुख शांति के लिए छठवर्ती चौबीस घंटे तक निर्जला रहकर छठ पूजा करती है।