इनरव्हील क्लब बिहार शरीफ ने महिलाओं में बच्चों को स्तनपान कराने के महत्व को बताया। इनरव्हील क्लब बिहारशरीफ की ओर से विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें डॉ सुनीति सिन्हा, डॉ रंजना, डॉ ममता कौस्मबी, डॉ हीना शमायेम, डॉ प्रीति रंजना और डॉ प्रेरणा शामिल थे। जहां डॉ सुनीति सिन्हा ने बताया कि हिंदू वेदों में मां की दूध की तुलना अमृत से की गई है|
अतः बच्चे के जन्म के बाद बच्चे को मां का दूध के अतिरिक्त कुछ भी नहीं देना चाहिए। वहीं डॉ रंजना ने बताया की मां का दूध नवजात शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है इसमें गाढ़ा पीला पदार्थ कोलोस्ट्रम होता है जिस में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व एवं एंटीबॉडी होते हैं जो शिशु को विभिन्न रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।इसके अतिरिक्त शिशु को डायरिया पेट दर्द इन्फेक्शन आदि से भी बचाव करता है। अतः सभी महिला चिकित्सकों ने प्रथम 6 माह तक अपने नवजात शिशुओं का स्तनपान कराने की सलाह दी। उन्होंने जानकारी दी स्तनपान कराने से बच्चों का समग्र मानसिक और शारीरिक विकास होता है उन्होंने बताया कि बच्चे के जन्म के पहले 30-40 घंटे में मां का दूध बच्चे के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंततः अध्यक्ष मंजू प्रकाश ने सभी महिला चिकित्सकों एवं सचिव रश्मि दास, संजना जोसेफ, अंजू प्रकाश का धन्यवाद करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि इनरव्हील क्लब अधिक से अधिक महिलाओं को स्तनपान के संदर्भ में जागरूक करें।