नूरसराय प्रखंड के मोजफरा पंचायत अंतर्गत परासी गांव में एक परिवार के सामने भुखमरी की समस्या आन खड़ी हुई है। सात लोगों का भरा पूरा परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। दरअसल कारू पुरी का 40 वर्षीय बेटा अजय पंडित मानसिक रूप से विक्षिप्त है। घर में चार बेटी और दो बेटा है पत्नी की 10 दिन पूर्व ही बीमारी के कारण मौत हो गई। पत्नी हीरा देवी आसपास के घर में चूल्हा चौखट कर घर वाले का भरण पोषण कर रही थी। अब उसके चले जाने से परिवार पर संकट गहरा गया है। सबसे ज्यादा परेशानी 6 महीने की किशोरी के साथ है। अजय पंडित के पास इतने पैसे भी नहीं है कि वह किशोरी के लिए दूध का इंतजाम कर सकें। गांव वालों ने चंदा इकट्ठा कर किसी तरफ से हीरा देवी की अंतिम संस्कार में अजय पंडित का मदद किया है। घर में अब अजय पंडित के बूढ़े मां बाप के अलावा 6 बच्चे हैं अब ऐसे में उनके पास रहने के लिए अब मिट्टी का मकान ही बच पाया है। अजय पंडित के बुजुर्ग माँ बाप को वृद्धा पेंशन मिलता तो है लेकिन अजय पंडित के मानसिक संतुलन सही नहीं रहने के कारण उसके बच्चों का भरण पोषण करने में दादा दादी भी असमर्थता जता रहे हैं। सरकारी राशन भी अजय पंडित को नहीं मिल पा रहा है। पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नागमणि ने बताया कि कबीर अंत्येष्टि के तहत अंतिम संस्कार में पीड़ित परिवार को ₹3000 की राशि दी गई थी। बूढ़े मां बाप को वृद्धा पेंशन और राशन जन वितरण प्रणाली के तहत मिल रहा है। अजय पंडित की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है। जिसके कारण उसके बच्चे के सामने यह स्थिति उत्पन्न हुई है। सरकार द्वारा जो भी जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है उसे पीड़ित परिवार तक पहुँचाया जाएगा।
परासी गांव में भुखमरी के कगार पर एक परिवार,6 बच्चों के सिर से उठा मां का प्यार, पिता मानसिक रूप से विक्षिप्त,
0
302
Previous article
RELATED ARTICLES
- Advertisment -