पटना हाईकोर्ट के निर्देश के बाद राजगीर नगर परिषद कार्यालय में कार्यरत सफाईकर्मियों ने हड़ताल पर वापस जाने का निर्णय लिया है।अब सभी सफाईकर्मी बुधवार से अपने काम पर लौटेंगे। हालांकि पूरे बिहार के नगर निकायों के सफाईकर्मी महज आठ दिनों से ही हड़ताल पर थे लेकिन राजगीर नगर परिषद के सफाईकर्मी बीते 19 अगस्त से ही हड़ताल पर थे क्योंकि अचानक राजगीर नगर परिषद की बोर्ड ने रात्रि में कार्य कर रहे सफाईकर्मियों को कार्य से हटाकर रात्रि सफाई बन्द करवा दिया था। रात्रि सफाई बंद होने के साथ ही जहाँ एक ओर सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गए वही दूसरी ओर शहर के नागरिको में भी नगर परिषद के प्रति असन्तोष बढ़ गया था क्योंकि रात्रि सफाई होने से सुबह से ही नागरिको को साफ सुथरी सड़के मिलती थी। इस बीच नगर परिषद राजगीर द्वारा आउटसोर्सिंग करते हुए पशिचमी चंपारण के मानव उत्थान सेवा संस्थान को आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई करने का कार्यादेश बीते 29 अगस्त से सौंप दी गयी। आउटसोर्सिंग का कार्यादेश देने के बाबजूद चंपारण की संस्थान राजगीर शहरी क्षेत्र में कचड़ा उठाव,साफ सफाई कराने में नाकाम साबित हुई।
नगर परिषद द्वारा आउटसोर्सिंग किये जाने से नाराज सफाईकर्मियों ने अपने आंदोलन को और तेज कर हड़ताल जारी रखी। राजगीर नगर परिषद द्वारा आउटसोर्सिंग के द्वारा शहर के सभी घरों से डोर टू डोर कचड़ा उठाव के लिए 93 रुपये प्रति घर,सड़क एवँ गली सफाई के लिए 29500 रुपये प्रति वार्ड और नाली नाला की उड़ाही के लिए 31500 रुपये प्रतिमाह पर संस्थान को कार्यादेश सौंपा लेकिन एक भी दिन संस्थान की ओर से शहर में साफ सफाई,कचड़ा उठाव नही किया गया। रविवार की शाम में शहर के नागरिको की ओर से जब मुख्य बाजार जेपी चौक के पास आक्रोश सभा के माध्यम से नगर परिषद को साफ सफाई के लिए 48 घँटे का अल्टीमेटम दिया गया तब सोमवार को नगर परिषद के बोर्ड के सदस्यों और किंगमेकरों की उपस्थिति में हड़ताल खत्म कराने का प्रयास किया गया लेकिन बोर्ड के लोग भी आउटसोर्सिंग कराने पर अड़े रहे जिस कारण मामला लटका रहा।
सोमवार की संध्या राजगीर अनुमण्डल पदाधिकारी अनिता सिन्हा की मौजूदगी में अनुमंडल कार्यालय कक्ष में नगर कार्यपालक पदाधिकारी, बोर्ड सदस्यों और सफाईकर्मी के नेताओ के बीच वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त होने की बात उभर कर आई लेकिन नगर परिषद द्वारा जब आउटसोर्सिंग पर अड़े रहने की बात स्पष्ट हुई तब सफाईकर्मियों ने भी हड़ताल पर डटे रहने की बात कही। मंगलवार को हाईकोर्ट के निर्देश पर सफाईकर्मियों ने बुधवार से काम पर लौटने का निर्णय लिया है।हाईकोर्ट ने सफाईकर्मियों की मांगों पर विचार के लिए राज्य सरकार को 8 सप्ताह को मोहलत दी है। राजगीर डोम कल्याण संघ के अध्यक्ष बादल कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट नक निर्देश पर सफाईकर्मी वापस बुधवार से अपने अपने कार्य पर लौटेंगे जिसमे रात्रि सफाईकर्मी भी शामिल होंगे।