श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन सबलपुर राजगीर में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा में वृंदावन के भागवताचार्य डॉ हरेकृष्ण शास्री शरद जी महाराज द्वारा श्रीकृष्ण के बाललीला का विशेष वर्णन किया गया।भगवताचार्य शरद शास्त्री जी नेअपने मुखार बिंदु से कहा कि श्रीकृष्ण के जन्म के सात दिनों के उपरांत कंस की आज्ञा से जब पूतना राक्षसी श्रीकृष्ण के वध करने के लिए जाती है तब भगवान श्रीकृष्ण द्वारा पूतना को मार दिया जाता है। भगवान द्वारा राक्षसी पूतना के वध किया जाना भी पूतना को एक गति देना था जो कि बहुत वर्षों बाद यशोदा को प्राप्त होता है। पूतना राक्षसी न तन से सुंदर थी,न मन से सुंदर थी और ना ही भोजन से सुंदर थी उसके बाबजूद वह अपने शरीर मे जहर लेकर भगवान को मारने आयी थी।भगवान श्रीकृष्ण केवल एक मां के स्वरूप को देखकर ही उसके दूध को ग्रहण करते हैं।
भगवान के बाललीला के अनेकानेक कथाओं से भागवत कथा में उपस्थित भक्तजन भक्तिमय माहौल में भगवान श्रीकृष्ण के जयकारे लगा रहे थे।श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण के बाललीला के साथ गोवर्धन पूजा, माखन चोरी की कथाओं का विस्तृत वर्णन कथावाचक शास्त्री शरद जी ने किया। डॉ शास्त्री जी ने कहा की श्रीमद भागवत कथा एक सुंदर सेतु के समान है।भागवत में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण द्वारा प्रदत्त ज्ञान का भंडार है।इसे पढ़ने,सुनने एवँ सुनाने से जीवन मे आनंद व सुख की अनुभूति होती है।भागवत कथा का मनोयोग से श्रवण किया जाए तो जीवन कि सारी परेशानियां दूर हो जाती है।कथा के दौरान अनेकों प्रसंगों को सुन श्रोतागण श्रद्धालु मंच के पास भक्तिमय संगीत पर झूम रहे थे।
भागवत कथा के आयोजक नवीन सिंह,मुरारी सिंह,अजित कुमार सिंह,अमित कुमार द्वारा प्रतिदिन भक्तजनों को कथा के उपरांत प्रसाद वितरण किया जा रहा है। कथा में विभिन्न साधु संतों के अलावे स्थानीय समाजसेवी भोला प्रसाद सिंह,गोपाल सिंह,सेवानिवृत्त शिक्षक सीधेश्वर प्रसाद,जदयू नेता अजित प्रसाद सिंह,तनिकन सिंह,यदु सिंह,टोन सिंह,दयाराम सिंह,भाजपा नेता प्रवीण कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।