राजगीर नगर परिषद क्षेत्र के बीचो बीच अवस्थित नौलखा मंदिर को पूर्वी भारत धर्मशाला से जोड़ने वाली सड़क आजकल नरक का रूप धारण कर ली है ।विदित हो कि यह महत्वपूर्ण सड़क श्वेतांबर जैन धर्मशाला नौलखा मंदिर से पूर्वी भारत धर्मशाला एवं आनंदमई आश्रम, बिचली कुआं को जोड़ती है।रेलवे स्टेशन और दांगी टोला, गांधी टोला जाने के लिए भी लोग इस सड़क का उपयोग करते हैं। सड़क की बदसूरती इस कदर हो चुकी है कि 10 फीट चौड़ी सड़क दो तीन फीट में ही सिमट कर रह गई है जिससे आने वाले राहगीरों के साथ-साथ बाहर से आए हुए पर्यटकों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। राजगीर नगर परिषद क्षेत्र के साफ सफाई व्यवस्था की बदतर तस्वीर दिखाने और पोल खोलने के लिए यह सड़क महज छोटा सा उदाहरण है। सड़क पर गिरते हुए घरो के गंदे नाले के पानी पर चलकर राहगीर चलने को मजबूर है, फिर भी स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर नगर परिषद प्रशासन वोट बैंक के चलते आंख और मुंह बंद किए हुए है।
स्थानीय लोग संबंधित वार्ड पार्षद को अनेकों बार इस गली में साफ सफाई,कचड़ा के नियमित उठाव के लिए कहे फिर भी प्रतिनिधि वोट बैंक की फिराक में सड़क की सफाई करना कभी उचित नहीं समझे। इस गली से गुजरने वाले स्थानीय लोगों का आरोप है कि वार्ड 12 के प्रतिनिधि ज्योति देवी सशक्त स्थाई समिति कैबिनेट के सदस्य हैं उनको बार-बार लिखित एवं मौखिक शिकायत की गई फिर भी इन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सावन मास के पवित्र दिनों में पूजा अर्चना करने वाले लोग जब इस गली से गुजरते हैं तो अपने नाक और भौं सिकोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं । नगर प्रशासन भी इस सड़क की सफाई व्यवस्था के लिए हमेशा लापरवाह रहा है।नगर परिषद द्वारा बीच सड़क पर ही चापाकल गड़वा कर व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचा रहा है।बीच सड़क पर चापाकल गाड़ दिए जाने से इस रास्ते से वाहनों का आवागमन बंद हो गया है। सड़क पर सोची समझी साजिश के तहत अतिक्रमण कर दिया गया है ।
सड़क के दोनों किनारों पर गोबर,ईंट,कचड़े के ढेर ने सड़क को कीचड़ में बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हल्की बारिश में ही यह सड़क नारकीय रूप ले लेती है। स्थानीय लोगों का आरोप है की गंदगी फैलाने वाले को जनप्रतिनिधि हमेशा संरक्षण देते हैं। जिस कारण इस गली में सफाई व्यवस्था ही नहीं करायी जाती है । हालांकि नाम न छापने की शर्त पर मोहल्ले वासियों ने कहा कि वार्ड पार्षद चेहरा और जात और देखकर काम करते हैं। इस गली से गुजरने वाले अनेकों लोगों ने कहा कि एक समय था जब नौलखा मंदिर से पूर्वी भारत की ओर चार पहिया वाहन टमटम आदि बहुत आराम से आता जाता था लेकिन जनप्रतिनिधि की उदासीनता लापरवाही एवं अकर्मण्यता की वजह से चौड़ी सड़क संकीर्ण गली में तब्दील हो गई प्रबुद्ध जनों ने सड़क में सफाई व्यवस्था कराने की मांग की है