राष्ट्रीय एकता और भाईचारा को मजबुत करने का संकल्प ले – समाजसेवी दीपक |आज के भौतिकवादी युग मे मनुष्य चंद रुपये पैसे के खातिर अपने ईमान और धर्म को बेच रहा है ।मानवता को दफन कर भौतिक उन्नति पाने का सपना देखा जा रहा है।हम सभी को आपसी मतभेद भूलकर प्रेम और सौहद्र के साथ जीवन जीना चाहिये ।आजादी के 75 वे वर्ष के मौके पर यह संकल्प लेना चाहिये कि राष्ट्रीय एकता और शान्ति सद्भावना के लिये सदैव तत्पर रहेगे और देश को मजबूत बनायेगे।उक्त विचार सद्भावना मंच( भारत) के संस्थापक और समाजसेवी दीपक कुमार ने जाने माने साहित्यकार श्री आर पी सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘जिन्दगी के सफर मे’ के लोकार्पण के मौके पर व्यक्त किया।
पुस्तक लोकार्पण सद्भावना निवास मे ही किया गया।समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि जिन्दगी के सफर मे नामक पुस्तक मे जीवन से संबंधित हर पहलू पर जिक्र किया गया है।पुस्तक के लेखक आर.पी सिंह नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड के तीरा ग्राम के रहने वाले है।इनके पिता का नाम स्व. हरिनारायण सिंह एवं माता अनुरूप देवी है ।श्री आर.पी सिंह बचपन से ही मेघावी एवं मिलनसार सोच के रहे है।वे सफल विद्यार्थी नामक शैक्षणिक पत्रिका के सम्पादक है।इन्हे कई सम्मान प्राप्त है। आर पी सिंह ने कहा की आज के संदर्भ मे प्रत्येक व्यक्ति मे अपनापन का भाव कुट कुट कर भरा हो ताकि देश प्रगति के पथ पर अग्रसर हो।