राजगीर प्रखंड के छबीलापुर थानाअंतर्गत लोदीपुर गांव में बीते बुधवार को 5 लोगों की नृशंस हत्या के बाद राष्ट्रीय जनता दल की जांच टीम ने शुक्रवार को लोदीपुर गांव जाकर मृतक के परिजनों से भेंट की और उन्हें ढाढस बंधाया। राष्ट्रीय जनता दल द्वारा जांच दल में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, इस्लामपुर विधायक राकेश रौशन, अस्थावां से पूर्व राजद प्रत्याशी अनिल महाराज,राजद जिलाध्यक्ष अशोक हिमांशु,जिला महासचिव सुनील यादव, युवा आरजेडी जिला अध्यक्ष विजय यादव,राजद जिला उपाध्यक्ष पप्पू यादव एवं खुर्शीद अंसारी शामिल थे। जांच दल द्वारा मृतकों के परिजनों एवं गांव के लोगों से बातचीत कर घटना के पूरे मामले को विस्तृत रूप से समझा गया। जांच दल द्वारा जांचोपरांत प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राजद के मुख्य प्रवक्ता सह पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा कि आरजेडी की प्रदेश इकाई इस घटना की कड़ी निंदा करता है और ऐसे नृशंस हत्या पर चिंता व्यक्त करती है।
उन्होंने कहा कि शासन एवं प्रशासन के अपराधिक लापरवाही का नतीजा है की लोदीपुर गांव में नरसंहार की घटना हुई है।लोदीपुर की घटना हत्याकांड तब होती जब आपसी रंजिश में ही दो परिवार के बीच यह घटना होती।पूर्व नियोजित साजिश और छबिलापुर पुलिस प्रशासन के सह पर दो दर्जन से अधिक बाहरी लोग खून की नदियां बहाकर चले गए,यह नरसंहार नही तो और क्या है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि गांव वालों द्वारा जब छबीलापुर थाना प्रभारी को सुबह 9:00 बजे फोन करके खून खराबा होने की संभावना व्यक्त की गई तब भी थानाध्यक्ष वारदात से पहले पहुंचने की कोशिश नहीं किए और उल्टे उन लोगों को ही कह दिया गया कि आप लोग आपस में फरिया लो। छबीलापुर थानाध्यक्ष किसी के दबाव में कोई कार्यवाही नहीं कर सके ।राष्ट्रीय जनता दल परिवार मृतक के परिजनों को दस लाख रूपया मुआवजा देने की मांग करती है। छबीलापुर की घटना हत्याकांड नहीं बल्कि नरसंहार की घटना है क्योंकि 30 की संख्या में अपराधी गांव के बाहर के थे जिनमें 17 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है इसके अलावा 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर किया गया है। राजद प्रवक्ता ने शक्ति सिंह यादव ने कहा कि सरकार के संरक्षण में ऐसी अपराधिक घटना को अंजाम दिया गया है ।
पुलिस प्रशासन से लेकर अंचल कार्यालय की भूमिका के संदर्भ में भी जांच दल नालंदा जिला पदाधिकारी एवं नालंदा एसपी से इन बिंदुओं पर जांच की मांग करती है । प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सुशासन बाबू के राज में चारों ओर हत्या,बलात्कार गुंडागर्दी की घटनाएं बढ़ गई है। प्रतिदिन पूरे बिहार में 25 से 30 हत्या की खबर आती है। उन्होंने कहा कि बुद्ध महावीर और अहिंसा की शांति की धरती को प्रशासनिक व्यवस्था ने अशांत कर दिया है । राजद प्रवक्ता ने कहा कि 1990 में लालू जी के सरकार में सँयुक्त बिहार झारखंड में जब नक्सलवाद, आतंकवाद,माओवाद, गुंडागर्दी चरम पर थी तब अपराध की संख्या एक लाख 24 हज़ार थी। 2005 में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बने थे तब अपराध का आंकड़ा मात्र 97 हजार था।वर्तमान में अपराध का ग्राफ कई गुना बढ़ गया है।अभी सुशासन बाबू को स्वयं यह आकलन करना चाहिए कि यह सुशासन है या महाजंगलराज। प्रेस वार्ता के समय किसान मोर्चा बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज यादव, युवा राजद नेता अभिषेक कुमार उर्फ गोलू यादव, जिला आरजेडी उपाध्यक्ष रणवीर कुमार रत्नाकर, जिला प्रवक्ता दीपक सिंह ,राजगीर प्रखंड अध्यक्ष महेंद्र रविदास, विक्की यादव सहित राजद के अन्य कार्यकर्ता गण उपस्थित थे