आज दिनांक 5 अगस्त 2020 को जिला कांग्रेस नालंदा का 10 सदस्यीय टीम जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार की अध्यक्षता में रहुई प्रखंड के बाढ़ प्रभावित जलमग्न कई गांवों का दौरा किया ,सर्वप्रथम कांग्रेस की टीम मथुरापुर गांव एवं बलवापर गांव के पहियारा खंधा के पास पहुंची जहां पंचाने नदी में बहुत बड़ा करीब 200 फीट का खाँड़ पंचाने नदी के बढ़े हुए जल स्तर के दबाव के कारण हो गया है हालांकि विभाग के द्वारा वहां पर काम लगाया जा चुका है लेकिन वह अपर्याप्त है वहां पर युद्ध स्तर पर काम करने की आवश्यकता है नहीं तो वह कटाव हर मिनट बढ़ते जा रहा है हम लोगों के सामने ही करीब करीब 10 फीट मिट्टी पानी में पूर्णतह जलमग्न हो गई एवं वहाँ पर जाने के बाद कुछ खास बातें सामने नजर आई जिस जगह पर यह कटाव हुआ है उससे आधा किलो मीटर एवं 1 किलोमीटर आगे विभाग के द्वारा दो पुल का निर्माण किया गया है जिसको देखने के बाद समझ में आता है कि यह पुल का निर्माण गलत किया गया है क्योंकि एक पुल 2 मई से सैदली के सड़क पर बनाई गयी है उसकी ऊंचाई सड़क से भी नीचे है जिसके कारण पानी का निकास नीचे की ओर सही से नहीं हो पा रहा है एवं ऊपर की ओर पानी का दबाव बढ़ा हुआ है दूसरा पुल जो मथुरापुर से हवनपुरा की ओर वाली सड़क पर है उसका निर्माण भी गलत तरीके से किया गया है यह पुल का भी दो मुंह पूर्णतः बंद है जिसके चलते पानी का निकास अवरुद्ध है ग्रामीणों ने निर्माण के समय ही संवेदक से गलत निर्माण की शिकायत की थी
लेकिन विभाग के किसी वरीय पदाधिकारी का इस ओर नहीं ध्यान जाना यह भी निंदनीय है, नदी का बांध कट जाने के कारण दर्जनों गांव पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है पानी की तेज बहाव के कारण मई फरीदा पंचायत के सभी गांव के अलावे हवनपूरा ,मथुरापुर, चिल्कीपर, कथौली, खिरौना इनवास का पूरा खेत खलिहान पूर्णतः जलमग्न हो चुका है और पानी की रफ्तार इतनी तेज है कि जलस्तर बढ़ने पर गांव को डूबने की आशंका बन गई है बल्कि सड़क किनारे के दो तीन गांव पूर्णता जलमग्न हो चुके हैं हजारों एकड़ में लगाई गई धान की फसल एवं तैयार बिचड़े पानी में डूब कर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने इन सभी पंचायतों के साथ-साथ इस बाढ से क्षति हुए सभी गांव के किसानों को 100% मुआवजा देने की मांग की है एवं जिलाधिकारी से भी आग्रह किया है जिलाधिकारी महोदय स्वयं जाकर क्षेत्र भ्रमण कर नुकसान का आकलन कर सकते हैं नदी के बांध के कटाव को देखने से यह स्पष्ट पता चलता है कि वहां पर बांध कमजोर थी जिस पर विभाग के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया अब जब आपदा आ गई है तो विभाग के लोग अपने जेब गर्म करने के चक्कर में आनन-फानन में संवेदको के द्वारा काम लगवा कर अपना कमीशन साध खड़ा करने में लगे हैं उन्हें इन बेचारे गरीब किसानों से कोई लेना देना नहीं है जबकि होना यह चाहिए कि इस तरह के अनियमितता की जांच निगरानी विभाग के द्वारा करवा कर दोसी अभियंताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए वैसे भी बिहार में बाढ़ के नाम पर लूट मची रहती है जब बारिश का समय नहीं रहता है तो उस समय विभाग के द्वारा काम नहीं करवा कर जानबूझकर बरसात में बाढ़ के समय काम को दिखा कर धन उगाही किया जाता है ,खासकर नालंदा में जितने भी विभाग हैं
सभी की कार्यशैली उदासीन दिखती है विभाग इतनी लापरवाह है की नदी में जनता के द्वारा बांध बना दिए जाने का भी सूचना उसके पास नहीं होता है जबकि नदी में बांध छिल्का एवं पुल का निर्माण विभाग के द्वारा कराया जाता है ऐसी ही एक घटना विगत दिनों थरथरी प्रखंड में भी देखने को मिली थी जहां नदी के बीच में ही दूसरे गांव के लोग बांध बनाकर पूर्णतः पानी को अवरुद्ध किए हुए थे इसकी जानकारी जब जिलाधिकारी को जिला कांग्रेस के द्वारा दी गई तो उस बांध को मात्र 1 फीट कटवा कर विभाग के द्वारा यह दिखाने की कोशिश की गई कि बांध काट दिया गया है जबकि सही मायने में अभी भी थरथरी प्रखंड के कई पंचायत दोबारा पानी आने के कारण पूरी तरह से जलमग्न है जिला कांग्रेस नालन्दा के द्वारा रहुई प्रखंड में आई बाढ़ की जानकारी भी जिलाधिकारी को दी जाएगी एवं साथ ही साथ जल संसाधन विभाग एवं आपदा प्रबंधन को पत्र लिखकर यहां के पदाधिकारियों की कारगुजारी बताई जाएगी॥ इस बाढ़ भ्रमण कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमिटी नालंदा की ओर से उपाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद सिंह प्रवक्ता मुन्ना पांडे नगर अध्यक्ष महताब आलम गुड्डू उदय शंकर कुशवाहा खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सौरभ कुमार रहुई के प्रखंड अध्यक्ष चांदो सिंह रहुई से ही संजय सिंह उदय सिंह भीम सिंह नंदन सिंह एवं परमेश्वर सिंह के साथ दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे॥