अपनों की याद कार्यक्रम दायरा बिहारशरीफ में किया गया। जिसमें पुल्तिजर पुरस्कार प्राप्त पत्रकार दानिश सिद्दकी की याद में श्रद्धाजंलि का कार्यक्रम किया गया। वक्ताओं ने कहा कि दानिश सिद्दकी एक बेमिशाल पत्रकार थे। उनके द्वारा ली गई तस्वीरें जनता के दर्द को बयां करती थी।सीएए एनआरसी का आन्दोलन हो या कोविड के दौर में सरकार द्वारा थोपी गई लाकडाउन और इलाज की बदइंतजामिया, अस्पतालों में बिस्तर,दवा, डाक्टर,आक्सीजन की भारी किल्लत के चलते हुई मौत। नदियों में फेंके हुए और किनारे में गाड़े गए। उन्होंने बेमिसाल काम किया है। कार्यक्रम की सदारत मो इम्तियाज साहब ने किया। शामिल रहे मो आफताब हसन शम्स, भाकपा माले के बिहारशरीफ प्रभारी पाल बिहारी लाल, ठेला फुटपाथ वेंडर्स यूनियन के जिला सचिव रामदेव चौधरी, इंसाफ मंच के नसीरुद्दीन, आरिफ़ समेत महल्ले के कई नौजवान, बच्चे एवं बुजुर्ग शामिल हुए।