अजातशत्रु किला मैदान को खुले में शौच से मुक्त करने में राजगीर नगर परिषद हाँफ रही है ।विदित हो कि राजगीर नगर परिषद क्षेत्र के बीचो बीच ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक अजातशत्रु किला मैदान के सभी कोणों पर स्थानीय लोगों के द्वारा शौच किए जाने से पूरा किला मैदान धीरे धीरे गंदगी में तब्दील होता जा रहा है। भारत सरकार के देशव्यापी स्वच्छता अभियान एवं स्वच्छता सर्वेक्षण के क्रम में भी सरकार के निर्देश के द्वारा राज्य के सभी नगर निकायों को स्वच्छता पर फोकस करने को कहा गया था फिर भी राजगीर का यह ऐतिहासिक किला मैदान आज भी स्वच्छता के लिए गुहार लगा रही है। पूर्व में राजगीर शहरी क्षेत्र को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्ति की घोषणा नगर प्रशासन कर चुकी है। किला मैदान के विभिन्न कोनों पर जिस तरह से सुबह-सुबह स्थानीय लोग के द्वारा गंदगी फैलाई जा रही है वह नगर परिषद के स्वच्छता अभियान एवं दूरदर्शिता की पोल खोल रहा है। राजगीर में हर घर शौचालय अभियान के तहत शहर के लगभग सभी घरों में शौचालय का निर्माण पूर्व में ही हो चुका है बावजूद इसके स्थानीय लोगों के द्वारा किला मैदान में ही शौच प्रक्रिया सुबह शाम की जा रही है ।जिस कारण सरकार की सोच राजगीर नगर परिषद क्षेत्र में आकर लापरवाही का शिकार हो चुका है ।
राजगीर नगर परिषद कार्यालय के द्वारा जहां एक ओर स्वच्छता के लिए लाखों रुपए प्रतिमाह खर्च तो किए जा रहे हैं लेकिन शहर के ऐतिहासिक किला मैदान को शौच से मुक्ति दिलाने में नगर परिषद अभी तक कामयाब नहीं हो सकी है।
शहर के स्थानीय लोग किला मैदान में जहां सुबह और शाम महिला पुरुष बच्चे छात्र-छात्राएं व्यायाम सहित खेलकूद के लिए मॉर्निंग वॉक के लिए किला मैदान में आते हैं लेकिन गंदगी को देखकर सभी शर्मसार हो जाते हैं। किला मैदान के एक कोने पर गढ़ महादेव मंदिर के पास पूजा एवं शादी विवाह कार्यक्रम होने के उपरांत लोगों द्वारा जिस तरह जूठा, पत्तल, प्लेट खाना आदि किला मैदान में फेंक दिया जा रहा है,जिससे किला मैदान बदबूदार गंदगी में तब्दील हो रहा है। इन सभी समस्याओं की ओर राजगीर नगर परिषद के अधिकारी कर्मी एवं जनप्रतिनिधि जिस तरह से लापरवाही बरत रहे हैं
आने वाले समय में किला मैदान गंदगी का ढेर बन जा सकता है। ऐसे में नगर परिषद को खुले में शौच मुक्त अभियान के लिए नगर कर्मियों की टीम को कड़ाई से पेश आते हुए सुबह शाम विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ।किला मैदान में शौच करने वाले लोग आदत से मजबूर हैं जिनकी आदत छुड़ाने के लिए नगर परिषद को कड़वे डोज देने की आवश्यकता है।स्थानीय लोगो का आरोप है कि किला मैदान में चूंकि अगल बगल के ही महिला पुरुष खुले में शौच जाते है जिस कारण स्थानीय प्रतिनिधि भी वोट बैंक के बिगड़ने के ख्याल से इस बड़ी समस्या के प्रति गम्भीर नही होते हैं लेकिन शहर की एक बड़ी आबादी किला मैदान के इस बदहाली को लेकर चिंतित हैं जिसमे महिला,पुरुष छात्र छात्राएं,बच्चे और वरिष्ठ नागरिक भी हैं जिन्हें नगर परिषद की अकर्मण्यता पर शर्मसार भी होना पड़ रहा है।