गिरियक प्रखंड क्षेत्र के पावापुरी थाना अंतर्गत घोषरावा गांव मे एक महीना पूर्व अपराधियों ने एक युवक को घर से बुलाकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी।छोटे सिंह अपने घर से नजदीकी मेडिकल स्टोर से दावा लाने जा रहा था। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था । घटना के 1 माह बीत जाने के उपरांत भी पुलिस अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी हैं। वही आरोपी द्वारा लगातार केस वापस लेने के लिए स्वजनों को दे रहे है धमकियां । घायल युवक छोटे सिंह की माँ नीतू देवी ने बताया कि घटना एक महीना 10 दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस नाकाम है । उन्होंने बताया कि घटना के बाद डीएसपी के नेतृत्व में अनुसंधान किया गया था जिसमें मामला को सत्य ठहराया गया । वही कोर्ट से आरोपी अजय सिंह के द्वारा अग्रिम बेल लेने की कोशिश की गई थी
जिसे कोर्ट ने नामंजूर कर दी गई थी । घायल युवक छोटे सिंह की मां नीतू देवी ने बताया कि गोली मारने वाले अजय सिंह ने उनके पूरे परिवार को समझौता करने के लिए लगातार धमकी दे रहा हैं उन्होंने कहा कि छोटे सिंह को समझौता नहीं करने पर फिर से बंदूक उठाने की बात कर रहे हैं इससे उनका पूरा परिवार भयभीत एव दहशत में जी रहे है उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अधिकारी हर बार जल्द कार्यवाही का रटा रटाया बयान देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई । स्वजनों ने कहा कि परिवार वालों ने गांव के अजय सिंह को इस मामले मे नामजद अभियुक्त बनाया था । नीतू देवी ने बताया कि अजय सिंह गांव का एक दबंग व्यक्ति है एवं उसके पास लाइसेंसी हथियार भी है जिससे उसने गोली चलाई वह सेना से भोलेएंट्री रिटायरमेंट लेकर गांव में ही रह रहे थे । मामला पावापुरी ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत घोषरावा गांव का है जहाँ 2 जून को 2021को अपराधियों ने धोसरावां गांव निवासी गोरेलाल सिंह के पुत्र छोटे सिंह को घर से बुला कर उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी
जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया एव चिंताजनक हालत में परिजनों द्वारा इलाज के लिए पटना के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पिता ने स्थानीय थाने मैं एफआईआर दर्ज कराया था कि उनके गांव के ही राम चरित्तर सिंह के पुत्र अजय सिंह अपने कुछ लोगों के साथ घर से बुलाकर गांव के हीं पुस्तकालय के समीप नशे की हालात में उसपर हमला कर दिया एव विरोध करने पर एक बाद एक ताबड़तोड़ तीन गोलियां दाग दी गोली गर्दन केआर पार हो गयी । उन्होंने बताया कि अजय सिंह सेना से भोलेएंट्री रिटायरमेंट लेकर गांव में ही रह रहे थे । आरोप है कि उसके पास लाइसेंसी रिवाल्वर भी था ।