Monday, December 23, 2024
Homeअस्पतालमुख्यमंत्री के गृह जिले में अफसरशाही का एक बानगी ये भी -संवेदकों...

मुख्यमंत्री के गृह जिले में अफसरशाही का एक बानगी ये भी -संवेदकों को देख लेने की धमकी के बीच शुभ लाभ का मामला।

 

नालंदा जिले के ये है बिगड़ैल अधिकारी जिसके सामने आम और ख़ास क्या,मुख्यमंत्री के गृह जिले में अफसरशाही का एक बानगी ये भी -संवेदकों को देख लेने की धमकी के बीच शुभ लाभ का मामला। – मामला सदर अस्पताल के सीएस चैम्बर का।

कुमुद रंजन सिंह की रिपोर्ट- बिहार शरीफ- मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में अफसरशाही चरम सीमा पर है इसकी एक बानगी विति दोपहर को सिविल सर्जन के चेंबर में देखने को मिली। निविदा के सिलसिले में आउटसोर्सिंग द्वारा भोजन, सफाई ,कपड़ा धुलाई का आवेदित निविदा को अधिकारियों एवं संवेदकको के समक्ष सील किया जाना था। इस अवसर पर डीपीएम ज्ञानेंद्र शेखर ,सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार के चेंबर में मौजूद थे। आवेदित निविदा का लिफाफा फटा होने पर सम्बेदको के द्वारा ध्यान आकृष्ट कराने पर जिले के बिगड़ैल अधिकारी ज्ञानेंद्र शेखर को इतना बुरा लगा कि देख लेने की धमकी तक दे डाली एवं साथ ही आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रतिनिधियों को होश में रहने की धमकी तक कह डाली। सवाल डी पी एम के स्वभाव का नहीं है ,सवाल एक अधिकारी का आम व्यक्ति से व्यवहार का है। क्या ऐसे अधिकारियों को जिले में इस तरह के पदों पर रखा जाना उचित है? क्या कभी भी किसी भी तरह के बवाल होने पर ,क्या इनकी जिम्मेवारी नहीं बनती है ,क्या इस तरह से सरकार को इस पर लगाम लगाया नहीं जाना चाहिए? क्या इन पर कार्रवाई होगी? क्या इस तरह के घूसखोर एवं करप्ट अधिकारियों को जांच के दायरे में नहीं लाया जाएगा? अनेक सवाल जागृत हो रही है।
ब्रजेश कुमार एंड कम्पनी के प्रतिनिधि सम्बेदक शम्भू सिंह, अमित सिंह,प्रभाकर इंटरप्राइजेज के सम्बेदक प्रतिनिधि आलोक कुमार, नीलम प्रिंटर्स के प्रतिनिधि मुकेश कुमार सहित ने डीपीएम पर निविदाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से इसे रोक लगाने की मांग की गई है।

क्या है पूरा मामला- निविदाओं में कम्पनियों द्वारा अपना अपना रेट दिया जाता है, जिसमें सबसे कम रेटिंग बाले को प्रार्थमिकता मिलती है, बंद लिफ़ाफ़े को फाड़ कर देख लेने के बाद ये दर मनचाहा कम्पनी को बता कर और उनसे शुभ लाभ लेकर उन्हें आवंटित करने का ये खेल अधिकारी द्वारा अपने प्रभाव से किये जाने का प्रयास किया जा रहा था। जिसे कम्पनियों के प्रतिनिधियो के विरोध से मनसूबे पर पानी फिरता दिख रहा है। कहते है कम्पनियों के प्रतिनिधि- अमित कुमार सिंह, शंभु सिंह,आलोक कुमार, मुकेश कुमार ने कहा कि फ़टे हुए लिफाफे की तहकीकात भी कर ली गई है एवं इस मामले पर उच्य अधिकारी के समक्ष रखा जायेगा।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments