23 जून 2021- अध्यक्षता चंद्रशेखर प्रसाद ने किया और संचालन बी के एम यू के जिला सचिव राज किशोर प्रसाद ने किया | बैठक को संबोधित करते हुए श्री प्रसाद ने बताया कि 26 जून को तीनों काला कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन का 7 महीना पूरा होगा उस दिन खेती बचाओ लोकतंत्र बचाओ नारे के तहत पूरे देश के अंदर तमाम जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन करते हुए राजपाल को इस आशय का ज्ञापन सौंपेंगे नालंदा जिला के अंतर्गत भी 26 जून 2021 को श्रम कल्याण केंद्र में आंदोलनकारी जमा होंगे तथा 11:00 मार्च करते हुए जिलाधिकारी नालंदा को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपेंगे जिसमें तीनों कला कृषिकानून को वापस लेने मजदूरों के खिलाफ बिल को वापस लेने जिसमें सिर्फ चार कोड को ही रहने दिया गया है तथा काम का घंटा भी 12 घंटा कर दिया गया उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार ट्रेड यूनियन के एक्ट को ही समाप्त कर उसके अधिकारों से कामगारों को वंचित करना चाह रही है उन्होंने बताया कि पूरे देश के अंदर आपातकाल जैसी स्थिति है इसके पहले आज तक तीनों सेना को एक जगह मिलने नहीं दिया जाता था
उस परंपरा को तोड़ते हुए मोदी ने एक साथ मिलाकर बैठक करने काम किया जिससे भविष्य में यह चिंता लोगों को जाहिर हो रही है यह देश के अंदर राष्ट्रपति प्रणाली लागू करना चाहते हैं ए चुनाव होने देना नहीं चाह रहे आपको याद होगा अमित शाह ने बयान दिया था कि हम 50 वर्षों तक हिंदुस्तान पर राज करेंगे उसी दिशा में केंद्र की मोदी सरकार काम कर रही है किसान रांझा इस कानून को नहीं लागू करना देना चाहते हो उसको यह क्यों लागू करना चाह रहे हैं राष्ट्रीय परिसंपत्तियों को क्यों अदानी अंबानी के हाथों बेच रहे हैं देश के अंदर एक तरफ एक परिवार का आमदनी 20 से ₹30 है तो दूसरी और अडानी अंबानी का 1 दिन का आमदनी 90 करोड़ से लेकर एक अरबतक है आखिर इतनी बड़ी असमानता को पाटने के बजाय खेती को अदानी अंबानी के हाथों बेच देना चाह रहे हैं ताकि यहां का किसान मजदूर भूखे मरे सड़क पर आ जाए और गरीब गरीब होता चला जाए अमीर अमीर होता चला जाए तथा राजतंत्र के जैसा देश के दो 200उद्योग पति इस पर राज करना प्रारंभ कर दें यह संविधान को खत्म करना चाहते हैं ए पार्लियामेंट और विधानसभा को भी रहने नहीं देंगे जो इनके खिलाफ बोलेंगे उन को सूली पर लटका देंगे आखिर यह एमएस पी को कानूनी दर्जा देना क्यों नहीं चाहते हैं ठेला फुटपाथ भेडर्स यूनियन जिला सचिव रामदेव चौधरी ने कहा विश्व के मजदूरों ने जो 1886 में हजारों की संख्या में शहीद होकर 8 घंटा काम 8 घंटा आराम और 8 घंटा मनोरंजन का जो कानून हासिल किया था उसको 1 मिनट में इसने चकनाचूर कर के 12 घंटा कर दिया और 46 कोड़ों को समाप्त कर सिर्फ चार कोड में मजदूरों को तब्दील कर दिया
लेकिन वह दिन दूर नहीं देश की जनता किसान मजदूर मेहनत का आवाम मोदी की मनसा को भाप चुकी है और जब तक यह तीनों काला कृषि कानून वापस नहीं लिया जाएगा मजदूरों का बिल वापस नहीं लिया जाएगा पूरे देश के अंदर क्रोना समाप्त होने के बाद एक आंधी की तरह आंदोलन विकसित होगा और मोदी की सरकार उसमें समाप्त होगी किसानों मजदूरों और नौजवानों का राज कायम होगा बैठक को डॉ मनोज कुमार सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए 26 तारीख के आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव सत्येंद्र कृष्णम वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद जाहिद अंसारी एटकके नेता मोहम्मद अब्दुल्ला सुरेंद्र प्रसाद सिंह किसान नेता महेंद्र प्रसादआदि ने भी बैठक को संबोधित किया तथा एक स्वर से तमाम नेताओं ने 26 जून के आंदोलन को धारदार बनाने का सुझाव दिया तथा कहा कि जब तक तीनों काला कृषि कानून वापस नहीं होगा हमारी लड़ाई जारी रहेगी