बिहारशरीफ, 14 जून 2021 : सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों को लेकर पतंजलि योग समिति नालंदा ने आनलाइन बैठक की। जिसकी अध्यक्षता योग समिति के अध्यक्ष विनय कुमार ने की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2021 का आयोजन भर्चुअल माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने कहा 1 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस माने की घोषणा की थी। जिसके बाद से 2015 से 21 जून को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।
इस अवसर पर पतंजलि योग समिति के मीडिया प्रभारी सह जिला प्रवक्ता राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस वर्ष योग दिवस पर हर कोई 21 जून 2021 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सफलतापूर्वक मनाने के लिए अपने-अपने घरों में शारीरिक दूरी बनाते हुए या जहाँ पर भी उचित जगह मिले आज से ही तैयारी शुरू कर दें। इस वर्ष योग दिवस के दिन सभी लोगों को आपस में शारीरिक दूरी अपनाते हुए मास्क लगा कर सरकार के नियमानुसार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएं, जिसमें आप सबों की भर्चुअल सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को आजीवन निरोगी रहने के लिए तीन से पांच मिनट प्राणायाम, 10 मिनट कपालभाती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और ॐ का उच्चारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति अगर सूर्य नमस्कार आसन भी दस से पंद्रह मिनट कर लें, तो उसे पूरे दिन में स्वस्थ रहने की ऊर्जा मिल जाती है। ऐसे लोग किसी बीमारी के जाल में नहीं फंसते हैं। साध्य व असाध्य रोगों को ठीक करने के लिए भस्त्रिका, कपालभाति व अनुलोम विलोम को संजीवनी बताया। उन्होंने कहा 21 जून के दिन की एक खासियत है कि यह वर्ष के 365 दिन में सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया। योग प्रशिक्षकों के माध्यम से 21 जून को ऑनलाइन योग और प्राणायाम कराया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षक, साधक एवं श्रेष्ठ-अभिजन शामिल होंगे। 21 जून को सुबह सात से आठ बजे तक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन एक साथ ऑनलाइन मंच गायत्री मंदिर नाला रोड़ रामचन्द्रपुर से होगा। 21 जून को प्रात: 7:00 बजे से 8 बजे तक सामूहिक भर्चुअल योगाभ्यास व प्राणायाम किया जाएगा।
योग प्रशिक्षक सुजीत कुमार ने कहा कि इस समय विश्व लगातार कोरोना महामारी से लड़ रहा है, कोरोना महामारी से लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर व्यापक चिंता है। इस कठिन दौर में, योग के बहुआयामी लाभों के साथ सभी के लिए मददगार साबित हो रहा है। और योग के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले पहलुओं की व्यापक सराहना हो रही है। जो बदली हुई वास्तविकता में हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन में संतुलन खोजने में एक लंबा सफर तय करता है। योग के निरंतर अभ्यास से स्वास्थ्य में सुधार और रोग प्रतिरोधक क्षमता को कुदरती तौर पर मजबूत करने में मदद मिलती है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकोल को आम लोगों के बीच में भर्चुअल साझा करने के लिए योग प्रशिक्षक सुजीत कुमार ने योग क्रिया एवं खडे होकर आसन ताड़ासन, वृक्षासन, चक्रासन, पद्मासन, त्रिकोणासन के बारे में बताया।
मौके पर पतंजलि योग समिति के प्रदेश संरक्षण उदय शंकर प्रसाद ने कहा- वास्तव में जो मनुष्य योग करता है उसका शरीर, मन और दिमाग तरोताजा रहता है और मनुष्य प्रत्येक काम मन लगाकर करता है। आज के समय में योग को भारत के जन-जन तक पहुंचाने में योग ऋषि गुरु बाबा रामदेव जी का अहम् योगदान है। इनके योग के क्षेत्र में योगदान की वजह से ही आज भारत के घर-घर में प्रतिदिन योग होता है। इस दौरान सुशीला कुमारी, संगीता कुमारी आर्या, संजय कुमार, आयुष चिकित्सक धनञ्जय कुमार,रामप्रवेश कुमार, राज किशोर, रविकांत कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।