● लोगों की जन भागीदारी से ही मिटेगी कोरोना महामारी
● अनलॉक के बाद और अधिक सावधान रहने की जरूरत है
● यदि सावधानी नहीं बरतेगें तो लोगों को पछताना पड़ेगा
बिहारशरीफ, नालंदा 9 मई 2021 : कोरोना वायरस से बचाव के लिए बुधवार को बिहारशरीफ के बबुरबन्ना मोहल्ले में समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव के मार्गदर्शन में कोरोना अनलॉक में अधिक सावधानी पर बल देने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया। यह जन-जागरूकता अभियान बिहारशरीफ के बबुरबन्ना, सोहसराय, अस्पताल चौराहा सहित कई मोहल्लों में साहित्यिक मंडली शंखनाद के सचिव साहित्यकार समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा एवं गांधीवादी विचारक समाजसेवी दीपक कुमार ने चलाया। इस दौरान लोगों को कोरोना अनलॉक में कोरोनावायरस से बचाव के उपाय भी प्रमुखता से लोगों को बताए।इस दौरान लोगों को जागरूक करते हुए समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि साबुन से बार-बार हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाले स्थान से अभी दूर रहना, सार्वजनिक स्थान पर न थूकना ही कोरोना से बचाव का रास्ता है। उन्होंने कहा कि अपने देश की परम्परा के अनुसार नमस्कार करें हाथ न मिलाएं। जरूरी न हो तो यात्रा से बचें। और मास्क जरुर लगाएं। लोगों को इस बात के लिए भी जागरुक किया और कई घर के दरवाजों पर जा-जाकर जिला प्रशासन द्वारा दिए गये निर्देश को बताते हुए लोगों सरकारी प्रोटोकॉल के निर्देशों को सफल बनाने का आह्वान किया। तथा आपस में अपने भारतीय संस्कृति के अनुसार नमस्कार करें हाथ न मिलाएं। यदि सावधानी नहीं बरतेगें तो लोगों को पछताना पड़ेगा। जरूरी न हो तो यात्रा से बचें और मास्क लगाएं। और कहा कि इस समय आप मास्क नहीं पहनेंगे तो बाद में बहुत पछताना पड़ेगा। इसके लिए लोगों को आपस में सहयोग करने की अपील की गई। और प्रण लिया की सब मिल कर करोना को हरायेंगे।
कोरोना संक्रमण काल में तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्ति के लिए कोरोना का जोखिम बहुत बढ़ जाता है। तंबाकू के सेवन की वजह से कैंसर, दिल की बीमारी और सांस की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है। तंबाकू सेवन केवल आपके फेफड़ों की परत को नष्ट ही नहीं करता, बल्कि इसे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है। उन्होंने बताया कि तंबाकू जो कि गुटखा, पान, खैनी और अन्य तरीकों के द्वारा उपयोग किया जाता है। मुंह में चबाते समय लार का स्राव अधिक होने से बार-बार थूकना पड़ता है। इस तरह थूकने से कोरोना वायरस आसपास फैलने का खतरा ज्यादा होती हैं। इस लिए इसका सेवन नहीं करें।मौके पर साहित्यिक मंडली शंखनाद के सचिव साहित्यकार समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि यदि जिले व प्रदेश में फिर पूर्ण लॉकडाउन लगता है तो भयंकर अर्थ-व्यवस्था प्रभावित हो जाएगा। यदि आप लोग सभी लोग मास्क लगायेंगे, एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी रखेंगे तथा सभी सावधानियों का पालन करेंगे तो कोरोना संक्रमण नहीं फैलेगा तथा जिले व प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाना पड़ेगा। उन्होंने मास्क, आपस में पर्याप्त दूरी, आदि के अलावा अनलॉक के बाद अधिक सावधानी पर बल दिया। स्वयं, अपने घर के साथ ही अपने आस-पास के लोगों को बचाना है।
और इसके लिए जागरूकता बहुत जरुरी है। अफवाहों से सावधान रहना है। वेक्सीन के बारे मे नकारात्मक भ्रामक प्रचार से बचना होगा। साथ ही सभी प्रकार के फंगस से बचना होगा। कोरोना के यह दौर में जिले के अनेक हस्तियों को लील गया। हमे इतना होशियार रहना व रखना है की अपने जिले को कोरोना मुक्त बना सके। कोरोना के नए मामलों में जिस तरह से प्रदेश में कमी देखी जा रही है उससे साफ है कि अगर सब कुछ इसी तरह चलता रहा तो आने वाले दिनों में कुछ शर्तों के साथ प्रदेश पूरी तरह से अनलॉक हो जाएगी और सभी लोग पूर्व की भाती रहने लगेंगे। इस लिए मास्क इस प्रकार लगाएं कि आपकी नाक व मुँह दोनों ढँके रहें। इस समय कोरोना से स्वयं की, परिवार की, जिले एवं प्रदेश की रक्षा के लिए मास्क आप जरूर लगाएं। अंत में उपस्थित लोगों को कहा कि आपके जैसे लोगों की जन भागीदारी से ही मिटेगी कोरोना महामारी। टीका को लेकर कई तरह के अफवाह फैलाये जा रहे हैं। लेकिन, समाज के बुद्धिजीवी लोग निडर होकर वैक्सीन ले रहे हैं। नालंदा जिले में अब तक 65 हजार 696 लोगों ने वैक्सीन का दोनों डोज लगवा लिया है। उपस्थित लोगों को टीका लगवाने का आह्वान किया। निडर होकर आप लोग टीका समय पर लगवाएं यह पूरी तरह से सुरक्षित है। टीका को लेकर कई तरह के अफवाह फैलाये जा रहे हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है। समाज के बुद्धिजीवी निडर होकर वैक्सीन ले रहे हैं। नालंदा जिले में अब तक 65 हजार 696 लोगों ने वैक्सीन का दोनों डोज लगवा लियें हैं।
मौके पर गांधीवादी विचारक समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि छींकते और खांसते समय अपने नाक और मुंह को रूमाल या कपड़े से जरूर ढकें। कई बार लोग छींकते और खांसते समय अपने हाथों का ही इस्तेमाल करते हैं जो कि बिल्कुल गलत है। ऐसे में वायरस हाथों में चिपक कर रह जाते हैं। इस लिए छींकते और खांसते समय रूमाल का इस्तेमाल जरुर करें। इस दौरान शहर के विभिन्न चौराहों पर भी समाजसेवियों ने जागरूकता अभियान चलाया। इस अवसर पर सविता बिहारी, आशीष कुमार, मनोरमा देवी, नंदनी कुमारी, आरूषी कुमारी, आदित्य कुमार, चिंटू कुमार, कार्तिक कुमार, प्रतिज्ञा कुमार, नीरज कुमार, अनीता देवी, निक्कू देवी, बिंदु देवी, किरण देवी, निशा कुमारी, रूबी कुमारी, प्रियंका कुमारी, रूबी देवी, साहिल कुमार, गणेश कुमार, संध्या कुमारी, अनुष्का कुमारी, शंकर प्रसाद, गीता देवी, कौशल्या देवी, देवंती देवी आदि अनेक प्रमुख लोग उपस्थित थे।