अखिल भारतीय संघर्ष समन्वय समिति नालंदा की ओर से आज 44 में दिन भी धरना का कार्यक्रम जारी रहा,आज के धरना की अध्यक्षता गांव बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रशेखर प्रसाद ने किया उन्होंने बताया कि पूरे देश के अंदर किसान आंदोलन चरम सीमा पर है बार मोदी सरकार इन के चट्टे – बट्टे और अगले इसका प्रतिकार कर इसको समाप्त कर देने के इरादे से तरह-तरह के खड़ी यंत्र रच रहे हैं उन्होंने बताया कि देश के किसान मजदूर एवं मेहनतकश जनता उनके मंसूबे को चकनाचूर कर तीनों काला कृषि कानून वापसी तक आंदोलन जारी रखेंगे धरना का संचालन करते हुए मोहम्मद अब्दुल्ला ने बतलाया कि यह लड़ाई ना केवल किसानों की है बल्कि पूरे देश के आम आवाम की लड़ाई है यह लड़ाई भूख से निजात पाने की लड़ाई है क्या लड़ाई संविधान के रक्षा के लिए है यह लड़ाई देश के अस्मिता की रक्षा की भी वह लड़ाई किसान पूरी मुस्तैदी से इस लड़ाई को जीतेंगे . धरना को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव सत्येंद्र कृष्णन ने बताया कि देश के अंदर किसानों के अस्मिता की लड़ाई को मोदी सरकार ने जुमला बाजी समझ कर इसे अपने इज्जत का प्रश्न बना लिया इसे अपना प्रतिष्ठा मान लिया उन्होंने यह भी बताया कि देश के किसान अन्नदाता है और हिंदुस्तान के 55 फ़ीसदी आय का स्रोत देते हैं इन से लड़ कर के सरकार को कुछ मिलने वाला नहीं है बल्कि देश की प्रतिष्ठा कहां पर लग चुका है उन्होंने वादी बतलाया कि इन दिनों काला कानून से एमएससी खत्म हो जाएगा आवश्यक वस्तु अधिनियम समाप्त हो जाएगा और कौन से खेती से देश के किसान अपनी जमीन खो देंगे धरना को संबोधित करते हुए ठेला फुटपाथ भेंडर्स यूनियन के सचिव रामदेव चौधरी ने बतलाया कि हमारी लड़ाई तीनों काला कानून वापसी तक जारी रहेगी उन्होंने यह भी बताया कि मोदी जी चाहते हैं संविधान को समाप्त कर आर एस एस के जिंदा को पूरे देश में लागू कर राजतंत्र जैसा राजा अडानी अंबानी और जन्म उसके बाद पूंजीपति को बना दें । किसान नेता महेंद्र प्रसाद ,प्रोफ़ेसर शिव कुमार यादव, राकेश प्रसाद ,सकलदेव यादव, अर्जुन पासवान, सुनैना देवी ,नरेश यादव आदि ने संबोधित किया सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि हमारा आंदोलन अनिश्चितकालीन है और जारी रहेगा धरना को किसान नेता पाल बिहारीलाल ,प्रदीप कुमार, लौंगी शर्मा ,मोहम्मद चांद, सरफराज अहमद खान आदि ने भी संबोधित किया ।