2026 मे लगने बाले अधिमास मलमास मेला को तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
राजगीर – अपने स्वर्ग से सुंदर बनाने की अथक प्रयास किया है राजगीर के हर क्षेत्र को, विकास की दरिया बहाने के अथक प्रयास किया है और करने का वचनबद्ध है। उक्त बाते पत्र के माध्यम से उमराव प्रसाद निर्मल महासचिव राजगृह विकास समिति ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार को लिखे गये पत्र मे लिखा है। उन्होने आगे लिखा हैं की आप राजगीर को महानतम नगरी बनाने में सराहनीय कदम उठाया हैं, अजातशत्रु के बाद आप ही एक ऐसा शासक बने हैं जो 2500 वर्षों के बाद राजगीर को पुनः सर्वांगीण विकास किया हैं और आगे भी करने का प्रयास जारी हैं।
आप 21वीं सदी का महान पुरुष बन बैठे हैं।
माननीय मुख्यमंत्री जी आपके प्रयास से प्रथम बार राजगृह के वन कटाई , पहाड़ों से पत्थर तोड़ने को बंद कराकर राजगीर की वन संपदा को सुरक्षित किया है, आपके योजनाओं से भारत सरकार ने सप्तरणी कॉरिडोर का परियोजना अपने बजट में लाई है आप लुप्त नालंदा विश्वविद्यालय का पुनः स्थापित कराया, खेल के मैदान, खेल अकादमी, खेल विश्वविद्यालय , बिहार पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र, जू सफारी, घोड़ा कटोरा, मनोरम सरोवर , नेचर सफारी, बेनुबान का विस्तार , पाण्डु पोखर, ग्लास ब्रिज , प्रस्तावित म्यूजियम , नई आठ सीट वाला रोपवे, आदमकद जरासंध महराज की मूर्ति का अनावरण, जु सफारी, बेनुवन का विस्तार, गंगाजल डेम, राजगीर नगर को 50 वर्षों तक जल समस्या दूर किये, व्यवहार न्यायालय, नया बस स्टैंड , महुअल्ला तक फोरलेन सड़क निर्माण, प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण, राजगृह को नगर परिषद से नगर निगम से महानगर निगम की तैयारी है। आपके इन कार्यों के लिए राजगीर क्षेत्र की जनता सदा ऋणी रहेगी, आप शताब्दी उपरांत बिहार के विकास पुरुष हुआ और बिहार को उन्नत राज बनाने का संकल्प की ओर अग्रसर प्रयास है।
महामहिम युग पुरुष को थोड़ा ध्यान राजगृह विकास की ओर ध्यान आकृष्ट राजगृह विकास समिति द्वारा निम्नलिखित बाते आने बाले अधिक मास मेला पुरुषोत्तम मेला -2026 में लगेगी इसके लिए निम्नलिखित बातों के ऊपर आपका ध्यान आकृष्ट कराना अति आवश्यक है।
1. ब्रम्ह कुंड का क्षेत्रफल बढ़ाना, काशी कुंड और ब्रह्म कुंड एक कर दिया जाए तो 30x 60 आराम से बढ़ाई जा सकती है। 20 किलोमीटर के प्रयागराज महाकुंभ में यह भी घटनाएं घटी है और आने वाले राजगृह का मलमास मेला में 11 करोड़ सनातनी आस्था के स्थान अवश्य पधारेंगे। इसकी तैयारी अभी सप्त ऋषि कॉरिडोर में ही करना होगा।
2. ब्रह्म कुंड क्षेत्र से अलग गुरुद्वारा पथ से पश्चिम नई सरस्वती नदी पर पुल का निर्माण कराया जाए।
जिससे व्यवहार गिरी पर सिद्धनाथ सप्तऋणी गुफा जैन मंदिर का दर्शन कर मेले मे कर सके।
3.वैतरनी पथ को चौड़ीकरण एवं बैतरणी से गुप्ति महारानी बेणुवन ओर उत्तरी द्वार गया राजगीर पथ मिला दिया जाए।
4. बाणगंगा द्वार से पूर्व उदयगिरि पर्वत दक्षिणी तलती में मधुबन घोड़ा कटोरा होकर फोरलेन पथ का निर्माण से मेले में गया हिसुआ तरफ से यात्री वाहन को आराम होगा और राजगीर का बाईपास बनने से बहुत सुविधा होगी।
5. महामना जगद्गुरु बौद्ध धर्म के महानायक श्री दलाई लामा जी द्वारा राजगीर की धारा पर एक बार कालचक्र पूजा का आयोजन आपके द्वारा प्रयास किया जाए क्योंकि महामना दलाई लामा आपको बहुत प्यार करते हैं और आपकी प्रार्थना को स्वीकार अवश्य करेंगे इसलिए राजगृह बुद्ध भूमि पर दलाई लामा के द्वारा कालचक्र पूजा से विदेशी पर्यटकों में भारी वृद्धि होगी।
इस पत्र की प्रतिलिपि श्रवण कुमार ग्रामीण विकास मंत्री बिहार सरकार को भी दी गई है।