उर्स के मौके पर बाबा मख़्दूम फरीद उद्दीन के आस्ताने पर धूमधाम से चादरपोशी की गई।
https://youtu.be/T5bSn-d8oNI
बिहारशरीफ स्थित चांदपुरा मोहल्ले में हज़रत मख़्दूम फरीदुद्दीन तवेला बख़्श चिश्ती रहमतुल्लाह एलैहे का 549 वाँ उर्स के मौके पर दूर दराज से आए ख्वातीनों ने धूमधाम से चादरपोशी कर आपसी मिल्लत व अम्नोचैन की दुआ मांगी! सूफी खनकाह संगठन बिहार के द्वारा इस सालाना उर्स के मेले पर एक दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में भारतीय संस्कृति के संरक्षण में सूफियों के योगदान पर विस्तृत चर्चाएं की जाएगी
इस मौके पर पटना से आए फकीर शिफलाह रजा अजीमाबादी ने कहा कि यह पैगाम गोरखपुर फतेह में अम्लों चैन का व्यवहार बने और इस भारत जैसे गुलशन में कई तरह के फूल हैं यहां के लोग इस गुलशन के खुशबू को कायदे से महसूस करें वह मोहब्बत के खुशबू जिसे लेने के बाद रूह में ताजगी पैदा होती है बस यही पैगाम है हज़रत मख़्दूम फरीदुद्दीन तवेला बख़्श चिश्ती रहमतुल्लाह एलैहे का उन्हीं का पैगाम भारत जैसे गुलशन में फैलाने आए हैं इस मौके पर सैयद आदिल हैदर चिश्ती चांदपुरा सज्जादा नशीं मुतावल्ली खानकाह,सामाजिक कार्यकर्ता जफर अली उर्फ रूमी खान के अलावे हजारों की संख्या में लोग इस चादरपोशी में उपस्थित रहे।