देश भर के जनप्रितिनिधि व अधिकारी पहुंचे चोरसुआ पंचायत
रजनीश नालंदा-पंचायती राज मंत्रालय,भारत सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में ग्राम पंचायतों के सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के 9 थीमों में से थीम-7 सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव विषय 3 दिवसीय रास्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन ज्ञान भवन,पटना में किया गया।कार्यशाला का मुख्या उद्येश्य जनप्रतिनिधियों के क्षमतावर्धन एवं पदाधिकारियों को प्रशिक्षण हेतु सोर्वोत्तम रणनीतियों को बनाना तथा सतत विकास लक्ष्यों के उद्येश्यों को प्राप्त किया जाना है।इस कार्यशाला के दौरान सभी राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेश से लगभग 300 जनप्रितिनिधियों,पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा भाग लिया गया। विभागीय निदेशों के अनुसार सभी प्रतिभागियों को बाह्य भ्रमण भी कराने का निर्णय के आलोक में लगभग 200 प्रतिभागी नालन्दा जिला के उत्कृष्ट कार्य करने वाले पंचायत एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कार्यक्रम तैयार किया गया जिसमे 1. प्राचीन नालन्दा विश्वविद्यालय भग्नावशेष, 2. जापानी मंदिर राजगीर,3.जल मंदिर, पावापुरी एवं दीदी की रसोई (जीविका)-VIMS पावापुरी एवं 4. चोरसुआ पंचायत में निर्मित क्रियाशील पंचायत सरकार भवन, डिजिटल लाइब्रेरी,मॉडल कुआँ, मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र,मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण गली–नाली पक्कीकरण निश्चय योजना एवं अन्य कार्यों को भ्रमण कराया गया।
राज्य परियोजना प्रबंधक शरद कुमार एवं अखिलेश कुमार के साथ नालन्दा जिला मुख्यालय से जिला पंचायती राज पदाधिकारी हर्ष प्रियदर्शी,जिला पंचायत संसाधन केंद्र के चन्दन कुमार, विनय कुमार आदि के अगुआई में दिनांक 12 सितम्बर 2024 को सभी प्रतिभागी प्राचीन नालन्दा विश्वविद्यालय भग्नावशेष, जापानी मंदिर राजगीर,जल मंदिर, पावापुरी एवं दीदी की रसोई (जीविका)-VIMS पावापुरी का भ्रमण करते हुए चोरसुआ पंचायत सरकार भवन पहुंचे जहाँ गिरियक प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी श्रीमती सीमा खातून एवं पंचायत के मुखिया चन्दन कुमार एवं उनकी टीम ने अतिथियों का स्वागत किया।प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए पंचायत के मुखिया चन्दन कुमार ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के भारत समेत कुल 193 देशों ने वैश्विक विकास के दृष्टिकोण से सतत विकास लक्ष्य (SDG-Sustainable Development Goals) को अपनाया है जिसे 17 लक्ष्यों में बांटते हुए कुल 9 थीमों में समाहित किया गया है और इन्हीं थीमों को आधार मानते हुए देशभर की पंचायतों को 2030 तक विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री कुमार ने बताया कि देश की लगभग 70% आबादी गाँवों में निवास करती है और जबतक गाँव विकसित नहीं हो जाते तबतक एक विकसित राष्ट्र का निर्माण नहीं हो सकता हैlपंचायत का बुकलेट देकर चोरसुआ (चारुसुवा) गाँव का ऐतिहासिक परिचय देते हुए पंचायत में किये गए उत्कृष्ट कार्य एवं आगे की योजना के बारे में सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया।अंत में पंचायतों के क्रियाकलापों एवं विताये क्षणों को यादों में समेटते हुए प्रतिभागी पटना की ओर रवाना हो गए।पंचायत के मुखिया ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य,जिला एवं प्रखंड स्तर से आये अधिकारियों के साथ-साथ विशेष रूप से सहयोग करने वाले पंचायत प्रतिनिधिओं,सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीविओं,युवाओं एवं पंचायतकर्मियों को सहृदय धन्यवाद दिया एवं विश्वास दिलाया कि पंचायत “सबका साथ,सबका विकास,सबका प्रयास एवं सबका विश्वास” के उद्देश्य से भविष्य में भी उत्कृष्ट कार्य करते रहेगा।