नालंदा कॉलेज में दीक्षारंभ का आयोजन: नवप्रवेशी छात्रों से नियमित तौर पर कक्षा में आने की अपील, 75% अटेंडेंस अनिवार्य
नालंदा कॉलेज में प्रवेश लेने वाले स्नातक विद्यार्थियों को नए परिवेश में सहज महसूस कराने, संस्थान की विशिष्ट प्रकृति तथा संस्कृति को सीखने, अन्य छात्रों और संकाय सदस्यों के साथ आपसी समन्वय बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को आर्ट्स एवं सायंस के छात्रों के लिये दो सत्रों में कॉलेज ऑडिटोरियम में दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस एवं अन्य शिक्षकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर एवं कॉलेज गीत गाकर किया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ कृष्ण नंदन प्रसाद एवं विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग के डीन डॉ कमल प्रसाद बौध उपस्थित थे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस ने महाविद्यालय के बारे में विस्तार से छात्रों के बीच चर्चा किया एवं क्लास में 75 प्रतिशत उपस्थिति को आवश्यक बताया। उन्होंने छात्रों को कहा कि कॉलेज हर स्तर पर आपकी मदद एवं आपकी सफलता में योगदान देने को तैयार है लेकिन उसके लिए छात्रों को अनुशासित होकर नियमित क्लास करना होगा। खेल के साथ साथ अन्य क्रियाकलापों में महाविद्यालय के तरफ़ से उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बारे में भी जानकारी दी एवं सभी के लिए उज्जवल भविष्य की कामना की। मंच संचालन कर रहे आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ बिनीत लाल ने कॉलेज के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि आने वाले चार साल में आप सभी छात्र भी यहाँ से शिक्षा ग्रहण करके देश और समाज में अपना योगदान दें। उन्होंने एनएसएस, सेहत केंद्र विभिन्न स्टडी सर्किल के कार्यक्रमों और उसके व्यक्तित्व विकास में भूमिका के बारे में भी छात्रों को अवगत कराया। कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल, ओपन जिम, वाईफाई कैंपस, स्मार्ट क्लास, कैंटीन, बैंक, डाकघर,आदि सुविधाओं के बारे में छात्रों को अवगत कराया।
कॉलेज में अनुशासन एवं एंटी रैगिंग समिति के बारे में डॉ श्याम सुंदर प्रसाद ने तो वहीं पुस्तकालय में पढ़ने का समय एवं नियम एवं शर्तों के बारे में डॉ अंजनी कुमार ने अपनी बातें रखी। खेलकूद में उपलब्ध संसाधनों एवं परीक्षा संबंधी विषय के बारे में खेल समिति के इंचार्ज डॉ उपेन मंडल ने बताया। भौतिकी विभाग के डॉ शशांक शेखर झा ने कॉलेज में शिकायत निवारण प्रणाली, स्वास्थ्य समिति, प्राक् प्रशिक्षण केंद्र एवं इंडस्ट्रियल इंटरफेस सेल के बारे में चर्चा किया। सांस्कृतिक समिति की कन्वेनर डॉ मंजु कुमारी ने कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम से संबंधित उपलब्ध प्लेटफार्म के बारे में बताया तो डॉ भावना ने महिला विकास समिति एवं सेक्सुअल हैरेसमेंट विरोधी समिति के कार्यों के बारे में छात्र छात्राओं को अवगत कराया। रसायनशास्त्र विभाग के अनिर्बन चटर्जी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए कॉलेज के प्लेसमेंट सेल एवं लैंग्वेज लैब की भी जानकारी दी। विषयों के बारे में सभी विभागाध्यक्षों ने अपने अपने विभाग के बारे में बताया जिसमें अंग्रेज़ी विभाग से प्रो आपी कच्छवे, दर्शनशास्त्र विभाग से डॉ प्रभास कुमार, इतिहास विभाग से डॉ रत्नेश अमन, अर्थशास्त्र विभाग से डॉ चंद्रिका प्रसाद, उर्दू विभाग से डॉ शाहिदूर रहमान, प्राचीन इतिहास विभाग से डॉ कर्ण कुमार, वनस्पति विज्ञान एवं जंतु विज्ञान से डॉ सुमित कुमार ने विषय के बारे में अपनी बातें रखी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नवप्रवेशित छात्रों के साथ-साथ महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ श्रवण कुमार, डॉ प्रशांत कुमार, डॉ ध्रुव कुमार, डॉ प्रीति रानी, डॉ गुड्डी एवं एनएसएस वॉलंटियर्स ने कार्यक्रम में शिरकत किया।