अंधे दिव्यांग ईश्वर के बंदे म्यूजिकल ग्रुप ने भक्ति रस से सराबोर किया
●साईं मंदिर में बाबा को कराया गया विशेष शाही स्नान
●मनुष्य को कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए
●सभी धर्मों, शास्त्रों और नीतियों का सार ही प्रेम है
● साईं बाबा के उपदेशों को आत्मसात कर ही जीवन सफल होगा
बिहारशरीफ 24 मई 2024 : शिव साईं मंदिर सह साईं धाम ट्रस्ट सोहसराय बिहार शरीफ के प्रांगण में बुद्ध पूर्णिमा के दिन पांच अंधे दिव्यांग “ईश्वर के बंदे म्यूजिकल ग्रुप” के सदस्य एवं श्रीसाईं भजनों के मशहूर संगीतकार मंटू कुमार, मनीष कुमार, राहुल कुमार, नितिश कुमार, इजहार के द्वारा श्री साईं भक्ति संगीत समारोह का आयोजन ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार की देरशाम को हुई। यह संगीतमय श्रीसाईं भजन साईं धाम ट्रस्ट सोहसराय के सौजन्य से किया गया।
समारोह में सुबह काकड़ आरती के बाद साईं बाबा को भव्य शाही स्नान कराया गया। इसमें दूध, दही, घी, मधु, गंगाजल आदि से स्नान कराया गया। इसके बाद दैनिक अनुष्ठान किया गया। छोटी आरती के बाद साईं नाथ को भोग लगाया गया। मंदिर में मध्याह्न आरती के भोग को भक्त-जनों के बीच वितरण किया गया। और मध्याह्न के बाद 1.00 बजे से संध्या 8.00 बजे तक शेखपुरा जिले से पधारे अंधे दिव्यांग “ईश्वर के बंदे म्यूजिकल ग्रुप” के गायक द्वारा मधुर स्वर में सांई बाबा का भजन कीर्तन किया गया।
मौके पर साईं भक्त ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि भक्ति में ही शक्ति है। मनुष्य को कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। हमारा देश लोकतांत्रिक है। यहां सभी धर्म को पूजा जाता है। साईं बाबा के आदर्शों पर चलकर ऊंच-नीच की भावनाओं से दूर रह कर प्रेम से सत्यकर्म करें । सभी धर्मों, शास्त्रों और नीतियों का सार ही प्रेम है, इसलिए अपना जीवन और भविष्य सफल करना है तो साईं बाबा के उपदेशों को आत्मसात करना होगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक साईं भक्त रंजीत कुमार शर्मा ने कहा कि साईं भक्ति संगीत समारोह का उद्देश्य मात्र भक्तिभाव नहीं है अपितु अंधे दिव्यांग गायकों के साईं भजन के माध्यम से मानव हृदय को सत्य चरित्र, सत्य कर्म का बोध करना है। जब मानव हृदय में दैवीय शक्ति जागृत होगी तो कई सांसारिक समस्याएं स्वत: समाप्त हो जाएगी। अंधे दिव्यांग मंडली के भव्य भक्ति भजनों के कलाकारों ने भक्ति गीतों के माध्यम से श्रद्धालुओं को देरशाम तक भक्ति रस में सराबोर कर बांधे रखा। भक्ति रस से सराबोर होकर भजनों की धुन पर दिन भर थिरकते रहे साईं भक्त।
शंखनाद के कोषाध्यक्ष समाजसेवी सरदार वीर सिंह ने कहा कि श्री सत्य साईं बाबा का जीवन धैर्य, त्याग और सेवा कार्य पर आधारित रहा। बाबा ने हमेशा सबसे प्रेम, सबकी सेवा करने की सीख दी। उन्होंने कहा हमें अपने जीवन को पवित्र बनाने के लिए परमार्थ कार्य और दूसरों की सेवा करनी चाहिए।
रितेश कुमार शिव साईं मंदिर सांई धाम ट्रस्ट सोहसराय के पदाधिकारी ने कहा कि हमें दूसरों की सेवा व जन कल्याण के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। निस्वार्थ भाव से सेवा की जानी चाहिए। तभी हमारे द्वारा श्री साईं बाबा का भक्ति सार्थक होगा।
पहलवान जी ने कहा कि हमें साईं बाबा के सिद्धांतों पर चलकर अपने जीवन को जीना चाहिए और हमेशा मानव सेवा कार्यों में लगा रहना चाहिए।
अंधे दिव्यांग भक्ति गीत के कलाकारों ने शिर्डी वाले साईं बाबा आया है तेरे दर पर सवाली, साईनाथ तेरे हजारों हाथ, मेरे सर पर सदा तेरा हाथ रहे, साईं बाबा तू हमेशा मेरे साथ रहे, साईं चरण की धूल को माथे जो लगाओगे, चारों धाम का पुण्य शिरडी में कमाओगे आदि गीतों से समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया।
कार्यक्रम में शिव साईं मंदिर सह साईं धाम ट्रस्ट सोहसराय के सचिव उपेन्द्र कुमार साईं भक्त राकेश बिहारी शर्मा, साईं भक्त सविता बिहारी, विशमोहन पुजारी जी,विनय पुजारी जी,करण कुमार, गुड़ीया कुमारी जितेन्द्र कुमार,करण कुमार, अनिता देवी, आयुष्मान राज, – इत्यादी व्यवस्था में जुटे रहे और काफी संख्या में शहर के गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।