नूरसराय, ककड़िया 24 जनवरी 2024 : स्थानीय मध्य विद्यालय ककड़िया के प्रांगण में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर का 100 वीं जयंती समारोह मनाई गई। समारोह में लोक देव जननायक कर्पूरी ठाकुर के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया गया। मौके पर विद्यालय की प्रधानाध्यापक शिक्षाविद दिलीप कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की उपलब्धियों को गिनाया एवं छात्राओं को बताया कि क्यों उन्हें जननायक के नाम से जाना जाता है।उन्होंने कहा- देश के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोक देव जननायक कर्पूरी ठाकुर को उस ईश्वर की तरह सम्मान देते और ह्रदय में रखते थे जिसने अवतार तो नहीं लिया, लेकिन जमीन पर ही गरीबों और वंचितों के लिए ऐसा काम किया कि लोक ने उसे अपना देवता मान लिया।
मौके पर शिक्षाविद राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि जननायक कर्पूरी जी देश में एक सामाजिक आंदोलन के प्रतीक रहे हैं, इसलिए हर तरह के लोग उनके जन्मदिन पर सामाजिक न्याय के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेते हैं। दरअसल, मंडल कमीशन लागू होने से पहले कर्पूरी ठाकुर जी बिहार की राजनीति में वहां तक पहुंचे जहां उनके जैसी पृष्ठभूमि से आने वाले व्यक्ति के लिए पहुँचना लगभग असंभव ही था। वे बिहार की राजनीति में ग़रीब गुरबों की सबसे बड़ी आवाज़ बन कर उभरे थे। कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे। 1952 की पहली विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद वे बिहार विधानसभा का चुनाव कभी नहीं हारे। अपने दो कार्यकाल में कुल मिलाकर ढाई साल के मुख्यमंत्रीत्व काल में उन्होंने जिस तरह की छाप बिहार के समाज पर छोड़ी है, वैसा दूसरा उदाहरण नहीं दिखता।
मौके पर शिक्षिका पूजा कुमारी, शिक्षक सुरेन्द्र कुमार, सच्चिदानंद प्रसाद, रणजीत कुमार सिन्हा, जितेन्द्र कुमार मेहता, सतीश कुमार, सुरेश कुमार, विश्व रंजन कुमार, मुकेश कुमार, समाजसेवी सरदार वीर सिंह, धीरज कुमार, शुभम कुमार, छात्रा सोनाली कुमारी, जुली कुमारी,नन्दनी कुमारी, साजन कुमारी, शिल्पी कुमारी, छात्र वीरमणि कुमार, मोहन कुमार, रवीश कुमार, ललन कुमार, अजय कुमार, अंकित राज, आदित कुमार, हिमांशु कुमार आदि सहित विद्यालय परिवार के लोग उपस्थित रहे।