बिहारशरीफ:- बिहारशरीफ के अंबेडकर चौक पचास मोड पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के तत्वाधान में लालबहादुर शास्त्री जी का माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित करते हुए पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान एवं प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने संयुक्त रूप से कहा कि लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के बाराणसी से सात मील दूर एक छोटे से रेलवे टाउन मुगलसराय में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे।
जब लाल बहादुर शास्त्री केवल डेढ वर्ष के थे तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। उनकी मां अपने तीनों बच्चों के साथ अपने पिता के घर जाकर बस गई। उनका लालन पालन पढ़ाई लिखाई नैनीहाल में ही हुआ था। लालबहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग 18 महीने भारत के प्रधानमंत्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की थी।भारत की स्वतंत्रता के पश्चात शास्त्री जी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रिमंडल में उन्होंने पुलिस एवं परिवहन मंत्रालय सौपा गया।
परिवहन मंत्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारंभ कराया। 1951 में जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में नियुक्ति में वह अखिल भारत कांग्रेस कमेटी की गठन की थी उनकी मृत्यु 11 जनवरी 1966 ताशकंद सोवियत संघ रूस में हो गया था इस मौके पर उपस्थित सभी लोगो ने कहां कि लाल बहादुर शास्त्री के बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिए । इस अवसर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के जिला उपाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद सूरज प्रताप कोहली चंद्रिका सिंह यादव श्रीकांत पासवान भोला पासवान सिद्धेश्वर पासवान चंदेश्वर प्रसाद विकास कुमार राजन कुमार आदि लोग उपस्थित थे ।