बिहारशरीफ के पचासा चौक पर डॉ भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के बैनर तले बाबा साहेब का प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर संविधान दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समाज विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान सह प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने संयुक्त रूप से कहा कि कोई भी देश बिना संविधान के नहीं चल सकता है। 1946 में संविधान बनाने के लिए संविधान सभा का गठन किया गया और इसकी रचना में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन समय लगा। 26 नवंबर 1949 के दिन देश की संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था। साथियों यह संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है। जहां संविधान के दिए मौलिक अधिकार हमारे ढाल बनाकर हमें हमारा हक दिलाते हैं। वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते हैं। 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान बनकर तैयार हो गया और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू कर दिया गया।
आगे दोनों नेताओं ने कहा कि देश बाबा साहब के लिखी गई संविधान से चल रहा है ना की मनुस्मृति से। संविधान हमें मौलिक अधिकार देता है उस अधिकार के बल पर आज बहुजन समाज के लोग अच्छे-अच्छे वस्त्र अच्छे-अच्छे मकान और अच्छे ओदे पर नौकरी कर रहे हैं एवं राज्य सभा, लोकसभा में पहुंच रहे हैं न की कोई देवी देवता के बल पर। आज संविधान खतरे में है संविधान बदलने की साजिश चल रही है और जिस संविधान के बल पर मनुस्मृति का खत्मा हुआ और आज पुणः फिर से मनुस्मृति के कानून को लागू कर देश चलाने के फिराक में है।इस अवसर पर उपस्थित सभी ने एक स्वर से कहा कि मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन संविधान को बदलने नहीं देंगे। संविधान हमारा जान से भी प्यार है।
इस मौके पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नंदलाल रविदास नालंदा जिला के महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष लालति देवी सूरज प्रताप कोहली सिद्धेश्वर पासवान भोला पासवान श्रीकांत पासवान रोहित कुमार आदि लोग उपस्थित थे।