“विश्व धरोहर स्थल” एक ऐतिहासिक स्थल या क्षेत्र है जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन द्वारा प्रशासित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन द्वारा कानूनी संरक्षण प्राप्त है।
“विश्व धरोहर स्थलों” को संयुक्त राष्ट्र संघ का एक अंग “यूनेस्को” (UNESCO) द्वारा सांस्कृतिक ऐतिहासिक और वैज्ञानिक या अन्य प्रकार के महत्व के लिए नामित किया गया है ।
भारतवर्ष में भी कई विश्व धरोहर स्थल है। यहां कुल मिलाकर 42 विश्व धरोहर स्थल रूपी संपत्तियां हैं जिनमें 34 सांस्कृतिक , 7 प्राकृतिक एवं 1 मिश्रित संपत्ति है। वर्तमान में भारत दुनिया में छठा सबसे अधिक विश्व धरोहर स्थलों वाला देश है।
इन्हीं विश्व धरोहर स्थलों में एक नामचीन विश्व धरोहर स्थल बिहार राज्य के “नालंदा” जिला स्थित “प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय” भी है जिसे यूनेस्को ने सन् 2016 में विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया है।
पूरे विश्व में “19 नवंबर 2023 से 25 नवंबर 2023” तक “विश्व धरोहर सप्ताह” – “World Heritage Week” गया।
भारतवर्ष में भी “पर्यटन मंत्रालय” भारत सरकार के द्वारा “इंडिया टूरिज्म, पटना” “टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ आफ बिहार” के साथ मिलकर 19 नवंबर से 2023 से 25 नवंबर 2023 तक “World Heritage Week” मनाया।
दिनांक 23 नवंबर 2023 को विश्व प्रसिद्ध धरोहर स्थल “प्राचीन विश्वविद्यालय, नालंदा” के प्रमुख द्वार ( Main Gate)पर भी इस विशिष्ट सप्ताह का आयोजन किया गया।
जिसमें “स्थानीय नालंदा”के कई विशिष्ट शिक्षाविद्, पर्यटन विभाग के अनेक सक्रिय सदस्य एवं प्राचीन विश्वविद्यालय के कई गाइड ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिए। सभी लोग अपने-अपने मंतव्य को सबके सामने रखे। जिसका प्रमुख उद्देश्य था कि हमलोग भी “नालंदा के विश्व धरोहर स्थल” को नष्ट होने से बचाएं तथा इस “ज्ञान की भूमि” (Land of Knowledge) को सुरक्षित रखने में योगदान करें तथा इस धरोहर को सम्मान देना हम सभी का यह परम कर्तव्य भी होना चाहिए।
ताकि देश-विदेश के घूमने आने वाले सभी पर्यटक इस स्थल को भारतवर्ष के एक गौरव के रूप में हमेशा पहचान दे सकें।
इस कार्यक्रम का आयोजन ‘राजेश कुमार “उपासक” जी ने पर्यटन विभाग के तरफ से किया था।
इनके अलावे डाॅ.अशोक कुमार ,अर्जुन प्रसाद, लाल बहादुर ,अजित कुमार, नरेंद्र सिंह उर्फ नारो सिंह,कुंदन कुमार , प्रवीण गाइड,रूपेश कुमार, धनंजय,प्रवीण कुमार इत्यादि ने बढ़-चढ़कर भाग लिए।
कार्यक्रम को बहुत बेहतरीन रूप से आयोजन के बाद 25 नवंबर 2023 की संध्या 5 बजे इस समारोह का समापन “कार्यक्रम-आयोजक” राजेश कुमार “उपासक” जी के प्रभावशाली संदेश के साथ किया गया।