दीपावली को लेकर पूरे नालंदा जिले में खुशनुमा माहौल देखा जा रहा है। हर घर मिट्टी के दीए एवं इलेक्ट्रिक लाइट की रोशनी से पूरा शहर जगमगा हो उठा। दिपावाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या की रात मनाया जाता है। दिपावाली की रात आस्था के दीप जलते ही अपने भक्तों को दर्शन देने धरती पर स्वयं मां लक्ष्मी पधारती हैं. उनके संग शुभता के देव श्री गणेश भी होते हैं.
इस दिन हर घर में मां लक्ष्मी के मंत्र गूंजते हैं. हर ओर दीये की लौ में खुशी और उत्सव के रंगों से धरती जगमगा उठती है। कहते हैं कि मां लक्ष्मी दिवाली की पूरी रात धरती पर भ्रमण करती हैं और भक्तों को धनधान्य का वरदान देती हैं। दीपावली की दिन घर की बेटियां घरों में घरकुंडा भरने का काम करती है। घरों में मिट्टी के दीए जलाए जाते हैं ताकि कोई भी बुरी परछाई घर से दूर रहे।