आज बडे़ सौभाग्य कि बात है कि श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था की मानद् महासचिव डॉ. रानी सिंह और नालंदा लोक सभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद माननीय कौशलेन्द्र कुमार जी के अथक प्रयास से भारत के प्रथम गृह मंत्री एवं लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 148वीं जयंती समारोह का आयोजन भगवान महावीर, भगवान बुद्ध की पावन धरती के जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
मैं भाई बी.के.सिंह पटेल इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित माननीय का अभिनन्दन करता हूँ।
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म गुजरात के नाडियाड गांव में हुआ था। श्री पटेल जी एक किसान परिवार में जन्म लिये उनके पिता का नाम श्री झवेरभाई पटेल और माता जी का लाडबा देवी था। चार भाई बहनों में सबसे छोटे थे। 31 अक्टूबर 2014 ईं से इनकी जयंती पर प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में आयोजित करने का निर्णय भारत सरकार ने किया है। स्वतंत्रता आंदोलन में इन्होंनें बढ़-चढ़कर भाग लिया। सन् 1918 ई. में खेड़ा संघर्ष में भाग लिये। सन् 1928 में बारदोली सत्याग्रह किसान आंदोलन का सफल नेतृत्व भी किया। कांग्रेस के कराँची अधिवेशन में सरदार पटेल की भूमिका 20 मार्च 1931 ई. को गांधी-इरविन समझौता किया। 562 रियासतों को भारत में कुछ हीं दिनों में विलय कर दिया।
श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था भारत सरकार की कुछ नीतियों पर बात करना चाहती है। सन् 2021 में केन्द्र सरकार आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का शुरूआत किया जिसमें 280 करोड़ रूपये निर्धारित बजट था और ये पूरा रूपये गुजरात जैसे राज्य में अपने संगठन को दिया गया। जबकि भारत में अन्य राज्य को इस कार्यक्रम को कराने का प्रचार तो किया पर ध्यान नहीं दिया।
दिनांक 8 अगस्त 2023 को भारत के गृहमंत्री सांस्कृतिक मंत्रालय के साथ बैठक करते हैं और अमृत महोत्सव को बन्द कर दिया गया।
मेरा देश मेरा माटी कार्यक्रम के तहत कलश यात्रा का शुभारम्भ करते हुये 180 करोड़ रूपये सिर्फ 11 एनजीओ को शामिल किया गया जो गुजरात, मध्य प्रदेश या महाराष्ट्र से आते हैं। जबकि हमने माननीय सांसद श्री कौशलेन्द्र कुमार जी के साथ मिलकर नालंदा लोकसभा क्षेत्र के 50 हाई स्कूल में अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित कराने के लिए प्रत्यक्ष रूप से माननीय मंत्री सांस्कृ तमंत्रालय, भारत सरकार के माननीय सचिव, माननीय संयुक्त सचिव एवं माननीय निदेशक, सांस्कृतिक मंत्रालय से संपर्क किया परन्तु इन लागों ने माननीय की बात को अनदेखा किया और नालंदा को अपमानित करने का कार्य किया। जबकि 2024 का लोक सभा चुनाव सामने है और ऐसे लोग बहुरूपिया का रूप बनाकर आपके बीच आयेंगे। इसीलिये मेरा मानना है कि कोरोना काल में भी माननीय सांसद जी का कार्यालय खुला था और हर तरह की सहायता इन्होंने दिल्ली मे ंदेने का कार्य किया। इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजन के लिए भारतीय स्टेट बैंक, पटना, पंजाब नेशनल बैंक, दिल्ली और आई.आर.सी.टी.सी. रेल मंत्रालय, के अधीन कम्पनी का जो थोड़ा बहुत सहयोग प्राप्त हुआ इसके लिये संस्था तह-ऐ-दिल से समस्त पदाधिकारियों का अभिनन्दन करती है और आगे भी करती रहेगी। देश धर्म से नहीं बाबा साहब के संविधान से चलता है। अब मैं एक चीज और यहाँ पर घोषणा करता हूँ कि 2024 में श्री कौशलेन्द्र बाबु केन्द्र में मंत्री बनते हैं तो 10$2 के सभी छात्र-छात्राओं के हाथ में टैबलेट मोबाइल होगा।