मध्य विद्यालय ,राजगीर बाजार अब प्रखण्ड कार्यालय के पुराने भवन में शिफ्ट कर गया है। गुरुवार को विधिवत विद्यालय भवन का उदघाटन बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार,पूर्व विधान पार्षद राजू यादव,जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया।विदित हो कि 1969 में इस विद्यालय की स्थापना आर्य समाज मन्दिर परिसर में हुई थी।स्थापना के लगभग चार वर्षों के बाद यह विद्यालय बड़ी संगत राजगीर के प्रांगण में चल रही थी लेकिन महंत शुकदेव मुनि महाराज के मृत्योपरांत विद्यालय राजगीर आदर्श मध्य विद्यालय में शिफ्ट कर गया।माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के पहल पर विद्यालय को प्रखण्ड कार्यालय के पुराने भवन में शिफ्ट किया गया।उदघाटन समारोह में दीप प्रज्ज्वलित करने के उपरांत मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि मध्य विद्यालय का यह भवन अस्थायी है।राजगीर बड़ी संगत से इस विद्यालय के हटने के बाद यह विद्यालय राजगीर मध्य विद्यालय में ही दूसरी पाली में शिफ्ट कर गयी थी।अनेकानेक परेशानियों के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस विद्यालय को विलय का निर्णय लिया था किंतु विद्यालय से जुड़े अनेक शिक्षको और राजगीर के समाजसेवियों के पहल पर प्रयास किया गया और यह विद्यालय आज अस्थायी रूप से यहां चालू हो गया है। उन्होंने कहा कि राजगीर के स्थानीय प्रतिनिधियों का दायित्व है कि विद्यालय के लिए जल्द से जल्द ज़मीन को उपलब्ध कराया जाए ताकि विद्यालय का स्थायी निर्माण हो सके। मंत्री श्रवण कुमार ने भावुक होते कहा कि राजगीर के विकास के लिए त्याग करने की ज़रूरत है लेकिन यहाँ तो लोग सरकारी ज़मीनों को ही लूटने में लगे हुए हैं।उन्होंने कहा कि आये दिन राजगीर शहर में अनेकानेक समस्या से लोग परेशान हो रहे हैं।पूरे बिहार में बिहार की नीतीश सरकार बदनाम है कि सबसे ज्यादा विकास राजगीर में होता है।सरकार द्वारा हर मोर्चे पर राजगीर को बेहतर बनाने का प्रयास चल रहा है किंतु स्थानीय लोगो को भी सकारात्मक पहल कर राजगीर के विकास के लिए पहल करना होगा।
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हमलोग अब उम्र के अंतिम पड़ाव में है इसलिए स्थानीय लोगो को अपने स्वार्थ सिद्धि से हटते हुए राजगीर के विकास के लिए संकल्प लेने की ज़रूरत है।मंत्री श्रवण कुमार द्वारा प्रखण्ड कार्यालय परिसर की दीवारों पर गोइठा ठोके जाने,बाउंड्री तोड़े जाने और अनेकानेक असामाजिक कृत्यों पर चिंता जाहिर करते हुए स्थानीय लोगो से इस पर पहल करने की बात कही।उन्होंने कहा कि राजगीर के पर्यटन के विकास में चार चांद लगाया जा रहा है लेकिन सड़को के किनारे फुटपाथ और पाथवे पर जिस तरह अतिक्रमण किया जा रहा है वह राजगीर के लिए ठीक नही है।वोट बैंक के लालच में लोग लगातार गलत फैसले कर रहे हैं या गलत का विरोध नही कर रहे हैं।राजगीर के विकास के लिए हर किसी को आगे आने की ज़रूरत है।मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि इस विद्यालय से जुड़े स्नातक कला शिक्षक अनिल पासवान जी के प्रयास से ही इस विद्यालय का अस्तित्व बचा हुआ है। पूर्व विधान पार्षद राजू यादव ने कहा कि विद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए वे हमेशा ततपर रहेंगे।
जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग विद्यालयों के विकास के प्रति कटिबद्ध है। विद्यालय में शिक्षा और शैक्षणिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शिक्षक,छात्र और अभिभावकों के बीच समन्वय बनाये रखने की ज़रूरत है।कार्यक्रम का संचालन वरीय स्नातक कला शिक्षक अनिल पासवान ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्राचार्य महेंद्र कुमार सिंह ने की।इस अवसर पर राजगीर प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार सिन्हा,अराजपत्रित शिक्षक संघ अध्यक्ष संजय कुमार,अर्जुन प्रसाद,ओंकार मिश्र,संजय कुमार,प्रीति कुमारी,स्वीटी कुमारी,रामानंद प्रसाद,संजीव कुमार,जदयू नेता मुन्ना कुमार,जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष जयराम सिंह,वार्ड पार्षद डॉ अनिल कुमार,उमराव प्रसाद निर्मल,श्याम किशोर भारती,देवेंद्र कुशवाहा,सेवानिवृत्त शिक्षक मन्नू सर,भाजपा नेता जामा सिंह,वार्ड पार्षद श्रवण कुमार ,बादल कुमार,अनमोल वर्मा,गुड्डू मियाँ,छोटे कुमार सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।