राकेश बिहारी – बिहारशरीफ, 27 सितम्बर 2023 : बिहारशरीफ बड़ी पहाड़ी स्थित शिक्षक सुरेन्द्र कुमार जी के आवास पर सुरेन्द्र कुमार जी की माता 81 वर्षीय सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका सुलोचना देवी के श्राद्धकर्म पर 26 सितम्बर दिन मंगलवार देरशाम को श्रद्धांजलि सभा एवं महाभोज का आयोजन किया गया। स्वर्गीय सुलोचना देवी जी के तैलचित्र पर स्थानीय एवं जिले के सैकड़ों शिक्षक तथा जनप्रतिनिधियों के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। मौके पर शिक्षक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि स्वर्गीय सुलोचना देवी समाजसेवी एवं धर्मपरायण महिला थी। उनमें समाज सेवा की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी।
श्रद्धांजलि सभा में बिहार अराजपत्रित प्रारम्भिक शिक्षक संघ के राज्यपरिषद् सदस्य राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि स्वर्गीय सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका सुलोचना देवी हमेशा दीन-दुखियों एवं जरूरतमंदों की सेवा में लगी रहती थी। यही कारण रहा कि वे बड़ी पहाड़ी एवं आशानगर मोहल्ले में खास के साथ-साथ आम के बीच भी काफी लोकप्रिय रही। दिवंगत सुलोचना देवी का जन्म 26 फरवरी 1942 को हुआ था। सुलोचना देवी की प्रथम नियुक्ति कन्या मध्य विद्यालय आशानगर बिहारशरीफ में 27 सितम्बर 1967 को हुआ, 12 अक्टूबर 1972 को मध्य विद्यालय छोटी पहाड़ी, 10 दिसम्बर 78 को मध्य विद्यालय नई सराय पुनः 3 जुलाई 1999 को मध्य विद्यालय आशानगर में योगदान की और यहीं से 2002 फरवरी में सेवानिवृत्त भी हुईं। उन्होंने कहा- सुलोचना देवी जी वर्ष 1962-63 के समय स्नातक प्रतिष्ठा पास की थी, जिस जमाने में महिलाओं को पढ़ना-लिखना बहुत ही मुश्किल था। स्वर्गीय सुलोचना देवी जी नालंदा जिला पेंशनर समाज में उपाध्यक्ष के रूप में भी सक्रिय रूप से कार्य की। कोऑपरेटिव कोल्ड स्टोरेज बड़ी पहाड़ी में भी कई वर्षों तक सक्रिय सदस्य के रूप में काम की थी। सुलोचना देवी जी सेवानिवृत्ति के उपरांत धार्मिक कार्यों में विशेष रुचि रखती थी। उनके निधन से समाज में बड़ी रिक्तता आई है। स्व. सुलोचना देवी जी मशहूर आयुर्वेदिक चिकित्सक व समाजसेवी योगेन्द्र प्रसाद की धर्मपत्नी थीं। समभाव और प्रेम से परिपूर्ण उनका जीवन समाज और सत्कर्म के लिए समर्पित रहा है। दिवंगत सुलोचना देवी ज्ञान, भक्ति और कर्म के समन्वय थीं। वे अपने पीछे दो पुत्र समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गई।
बिहार अराजपत्रित प्रारम्भिक शिक्षक संघ नालन्दा के संयुक्त सचिव शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा कि सेवानिवृत्त दिवंगत प्रधानाध्यापिका सुलोचना देवी जी के निधन से शिक्षा जगत में अपूरणीय क्षति हुई है, जिसे भरपाई नहीं किया जा सकता है। वे मृदुभाषी के साथ-साथ अपने कार्य की जिम्मेवारी बखूबी निभाती थी। मौके पर बबुरबन्ना के समाजसेवी लेखापाल कर्मेन्द्र कुमार ने दिवंगत सुलोचना देवी जी के मृदुल स्वभाव एवं हर समय दूसरों की सेवा में तत्पर रहने की प्रवृत्ति ने आज उनकी याद में हम सबकी आंखें नम कर दिया।मौके पर ककड़िया मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनुज कुमार, कृष्ण कुमार, शैलेन्द्र कुमार विद्यार्थी, सच्चिदानंद प्रसाद, रणजीत कुमार, जितेंद्र कुमार मेहता, सुरेश कुमार, मुकेश कुमार, सतीश कुमार, अरविन्द कुमार शुक्ला, विश्व रंजन कुमार, मनीष कुमार गौतम, सहित शहर के सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद थे।