वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी निषाद आरक्षण सह संकल्प यात्रा को लेकर बिहार शरीफ पहुंचे। जहां उन्होंने श्रम कल्याण में आयोजित आरक्षण सह संकल्प यात्रा को लेकर आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। इस जनसभा के दौरान वीआईपी समर्थक आपस में ही भिड़ गए। जिसके बाद इस झड़प को रोकने के लिए मुकेश साहनी को पहला करना पड़ा। वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पर जमकर बरसे और नीतीश कुमार को सराहा। उन्होने कहा की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निषाद समाज ने वोट देकर चुनाव जीतने का काम किया।
चुनाव जीतने के बाद केंद्र की सरकार ने निषाद समाज को दरकिनार करते हुए 10% सामान्य वर्ग को आरक्षण देने का काम किया।आरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चश्मे से देखना चाहिए लेकिन प्रधानमंत्री का चश्मा एक तरफ तरफ धुंधला हो चुका है और एक तरफ चश्मा साफ है। इसी चसमे से प्रधानमंत्री ने ब्राह्मण भूमिहार को 10% आरक्षण देने का काम किया और एक तरफ नोनिया बेलदार का बेटा नजर नहीं आता है।इसीलिए पीएम के धुंधले चस्मे पर बैठे धूल को साफ करने का वक्त आ चुका है।