प्रखंड हिलसा थाना तेल्हाडा गांव निशानपुरा में अति पिछड़ा दलित संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि मृतक सिम्पी कुमारी के परिवार से मिले एवं मिलकर सत्ववना देने के काम किये और कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करने का वादा किये। मृतक शिम्पी के पिता मनोज चौधरी एवं उनके गांव के लोगों से जानकारी लिए।
घटना के दिन शिम्पी कुमारी सुबह 5:30 बजे शौच के लिए घर से निकली थी। समय अधिक बीत जाने के कारण उनके परिवार के लोगों ने खोजबीन शुरू कर दिए। खोजबीन करने के उपरांत नहीं मिली तो घर के लोग घर लौट आए,तब गांव के कुछ लोग उनके घर पर आकर बताएं कि तुम्हारी बेटी पेड़ से लटकी हुई है तब सह परिवार और ग्रामीण जनता के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। तब शिल्पी कुमारी जमीन से 27 फीट ऊंचे ओढ़नी उसके गले में लपेटल लटका हुआ था। मृतक के परिवार के पास तेल्हाडा थाना का फोन नंबर उपलब्ध नहीं था, तब गांव के सरपंच द्वारा तेल्हाडा थाना को सूचना दी गई। तब तेल्हाडा थाना प्रभारी दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। तेल्हारा थाना प्रभारी पहुंचने के उपरांत डीएसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे, इसके बाद मीडिया के लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। तेल्हारा थाना, डीएसपी एवं मीडिया के समक्ष मृतक को पेड़ से लटकी लाश को उतर गया। लाश को तेल्हाडा थाना अपने कब्जे में लेते हुए बिहारशरीफ सदर अस्पताल ले आए। पोस्टमार्टम करने के बाद मृतक के परिवार को लाश को सौंप दिए।5/9/23 को ही गांव के चार लोगों पर f.i.r मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद भी घटना के दोषी को तेल्हाडा थाना गिरफ्तार नहीं किए हैं।
इस अवसर पर अति पिछड़ा दलित संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदेव चौधरी प्रदेश अध्यक्ष सह संस्थापक बलराम दास ने संयुक्त रूप से सरकार से मांग करते हुए कहा कि घटना के दोषी को अभिलंब गिरफ्तार किया जाए और गिरफ्तार कर स्पीड ट्रायल के तहत घटना के दोषी को फांसी की सजा दी जाए।मृतक के परिवार को 25 लाख रुपया मुआवजा एवं एक परिवार को सरकारी नौकरी दे। अगर तेल्हाडा थाना प्रभारी एक सप्ताह के अंदर घटना के दोषी को गिरफ्तार नहीं किया तो अती पिछड़ा दलित संघर्ष मोर्चा के बैनर तले उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर अति पिछड़ा दलित संघर्ष मोर्चा के जिला कमेटी सदस्य महेंद्र प्रसाद रविशंकर दास मिथुन चौधरी कृष्ण दास मीडिया प्रभारी रौशन कुमार पिंटू कुमार फुलेश्वर राम मृतक के परिवार रामेशर चौधरी बबलू चौधरी अभय कुमार फुला देवी सनी कुमार शिशुपाल कुमार आदि ग्रामीण जनता उपस्थित थे।