अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन नगरी को जोड़ने वाली राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर इन दिनों बालू बिखरा पड़ा है ।
बताते चलें कि राजगीर गुरुद्वारा के पास से बस स्टैंड होते हुए पण्डितपुर गाँव तक कई ट्रेक्टर बालू आधी सड़क पर बिखरा पड़ा हुआ है जिसके कारण आये दिन दो चकिया बाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं साथ ही धूल कण तेजी से राजगीर शहर में उड़ता रहता है जिससे वायुमंडल भी प्रदूषित हो रहा है तथा स्वास रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी तेजी से हो रहा है।
जबकि मलमास मेला को लेकर जिला पदाधिकारी से लेकर जिले के सभी अधिकारियों का लगातार आना जाना इसी मार्ग से लगा हुआ है फिर भी इसकी कोई सुध लेने बाला नही है। पूछे जाने पर समाजसेवी मनोज कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण एवं ध्वनि प्रदूषण का यह मामला है कि राजगीर से बिहारशरीफ के लिए चलने वाली जितनी भी गाड़ियां हैं सभी गाड़ियों में पावर हॉर्न का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता रहा है। जबकि शहरी क्षेत्र में बीप हॉर्न का इस्तेमाल होना चाहिए। पॉवर हॉर्न के इस्तेमाल के कारण हम लोग को अपने दुकानों में रहना मुश्किल हो रहा है।
ध्वनि प्रदूषण एवं वायु प्रदूषण मामले में जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।