जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने आज कोविड-19 टीकाकरण एवं टेस्टिंग की समीक्षा की।सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि 22 मार्च तक हेल्थ केयर वर्कर श्रेणी के 14548 लोगों ( 89.43 प्रतिशत) को प्रथम डोज तथा 10532 लोगों(77.69 प्रतिशत- जिनके प्रथम डोज से 28 दिनों की मियाद पूरी हुई है ) को द्वितीय डोज का टीका दिया जा चुका है। फ्रंटलाइन वर्कर श्रेणी में 8451 (82.22 प्रतिशत) को प्रथम डोज तथा 2776 लोगों (52.43 प्रतिशत) को द्वितीय डोज का टीका दिया गया है।45-60 वर्ष आयुवर्ग के को-मॉर्बिड 1456 लोगों को प्रथम डोज का टीका दिया गया है। 60 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में अब तक 29723 लोगों को प्रथम डोज का टीका दिया जा चुका है। जिलाधिकारी ने सभी छूटे हुए लोगों को प्रेरित कर टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। वरिष्ठ नागरिकों के टीकाकरण के लिए विशेष रुप से कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।कोविड-19 टेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा नालंदा जिला के लिए प्रतिदिन 1300 सैंपल आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए भेजने का निर्देश दिया गया है। विभागीय निदेश के आलोक में 16 मार्च से 22 मार्च तक 10354 सैंपल आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। साथ ही इस अवधि में 615 ट्रू-नेट के माध्यम से भी टेस्टिंग की गई है।21 मार्च तक जिला में 10 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं।जिलाधिकारी ने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रतिदिन टेस्टिंग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।उन्होंने सिविल सर्जन को सदर अस्पताल की व्यवस्था को संतोषप्रद बनाने हेतु कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।बैठक में सिविल सर्जन एवं डीपीएम मौजूद थे।
जिलाधिकारी ने की कोविड-19 टीकाकरण एवं टेस्टिंग की समीक्षा
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