Monday, December 23, 2024
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शून्य से शिखर पर पहुंचा है भारतीय मजदूर संघ

भारतीय मजदूर संघ भारत का ऐसा श्रमिक संगठन है, जिसका कार्य शून्य से प्रारंभ हुआ है, लेकिन अपनी स्पष्ट नीति की वजह से आज यह देश ही नहीं, बल्कि विदेश का भी सबसे बड़ा श्रमिक संगठन है। उपर्युक्त बातें भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय महामंत्री रवीन्द्र हिमते ने रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कही। स्थानीय गर्दनीबाग स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय महामंत्री श्री हिमते ने कहा है कि 23 जुलाई, 1955 को स्थापित भारतीय मजदूर संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन होने के साथ-साथ देश हित में काम करने वाला प्रथम श्रमिक संगठन है, जिसने श्रमिकों के बीच देश तथा उद्योग के महत्व को दर्शाया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रहित, उद्योगहित और श्रमिक हित, इस तीन सूत्री कार्यों के आधार पर कार्य करने वाला भारतीय मजदूर संघ ने दो बातों को हमेशा प्राथमिकता दिया है। पहला, कार्यकर्ताओं के आचार-विचार और आर्थिक व्यवहार में पारदर्शिता हो, तथा दूसरा श्रमिक का कार्य, श्रमिकों द्वारा और श्रमिकों के लिए किया जाये। इसी सोच के साथ भारतीय मजदूर संघ की नींव रखी गयी थी।

श्री हिमते ने पत्रकारों को बताया कि आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि जब दत्तोपंत ठेेगड़ी द्वारा भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की गयी थी, तब यह शून्य से शुरू हुआ। न तो कोई सदस्य था और न ही संघ का कोई कोष था। मगर, ‘श्रम ही आराधना’ के मूलमंत्र के सहारे आज यह प्रथम क्रमांक पर है। आज चालीस महासंघ और करीब छह हजार यूनियन भारतीय मजदूर संघ से जुड़ा है। सदस्यों की संख्या करीब चार करोड़ है। राष्ट्रीय महामंत्री ने बताया कि आगामी सात, आठ एवं नौ अप्रैल, 2023 को ऐतिहासिक पटना की धरती पर भारतीय मजदूर संघ का 20 वां त्रैवार्षिक अखिल भारतीय अधिवेशन हो रहा है। बिहार की धरती पर यह पहला अधिवेशन है, जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से 2500 प्रतिनिधि भाग लेेगे, जिसमें संगठित एवं असंगठित क्षेत्र की महिलाओं की भी भागीदारी होगी। उन्होंने बताया कि आठ अप्रैल, 2023 को पटना सिटी के मंगलतालाब स्थित सिटी स्कूल के प्रांगण में खुला अधिवेशन होगा। खुला अधिवेशन के पूर्व शोभा यात्रा निकाली जायेगी, जो नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरेगी। शोभा यात्रा में विभिन्न प्रांतों से आये हुए महिला-पुरुष प्रतिनिधियों के साथ ही बिहार के विभिन्न जिलोेें के श्रमिक हिस्सा लेंगे।

राष्ट्रीय महामंत्री श्री हिमते ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन में आगामी तीन सालों के लिए नयी कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा। साथ ही श्रमिक, उद्योग तथा जनमानस के हित मेें प्रस्ताव पारित किया जायेगा। पारित प्रस्ताव की प्रति सरकार को भी भेजी जायेगी। इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गणेश मिश्रा ने बताया है कि भारतीय मजदूर संघ श्रमिक मुद्दे को उठाने के साथ ही सामाजिक कार्यों को करने के लिए कृतसंकल्पित है। कोरोना काल मे बीएमएस ने उल्लेखनीय कार्य किये हैं, जो अपने आप में अद्वितीय है। प्रेस वार्ता के अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार लाल, महामंत्री संजय कुमार सिन्हा, पूर्व महामंत्री उमा प्रसाद वाजपेयी, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश कुमार चौधरी, वित्त सचिव मनीष कुमार, प्रदेश मंत्री मुरारी प्रसाद, अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।

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