त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर सिद्धेश्वर प्रसाद का रविवार को निधन हो गया। उनके निधन पर नालंदा कॉलेज में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर रामकृष्ण परमहंस सहित समस्त शिक्षकों एवं गैर शिक्षक कर्मचारियों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर लोगों ने 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. दरअसल प्रोफेसर सिद्धेश्वर प्रसाद नालंदा जिले के बिंद के रहने वाले थे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल जैसे कई पदों को सुशोभित किया।
सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने इसी नालंदा कॉलेज में 10 साल तक प्रोफेसर के तौर पर काम किया। मंच का संचालन शिक्षक संघ के सचिव इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ रत्नेश अमन ने किया। जबकि इस अवसर पर प्रोफेसर आरपी कचवे, डॉ. श्याम सुंदर प्रसाद, डॉ. भूपेन मंडल, डॉ. शशांक शेखर झा, प्रोफेसर अनिर्बान चटर्जी, डॉ. मंजू श्री, डॉ. भावना के. के अलावा कई शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी उपस्थित थे।
गांधीवादी विचारधारा के प्रोफेसर सिद्धेश्वर प्रसाद लगातार कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे। उनके निधन पर नालंदा के लोगों में शोक का माहौल देखा जा रहा है.