बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के वेतन नहीं तो काम नहीं कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग नालंदा जिला के सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मियों ने आज दिनांक 16-03-2021 को साप्ताहिक बैठक एवं अन्य सरकारी कार्यों का बहिष्कार करते हुए सिविल सर्जन,नालंदा के समक्ष धरना दिया ।धरना का संचालन वृजनंदन प्रसाद जिला अध्यक्ष बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ नालंदा ने किया ।धरना में आर्थिक तंगी से जुझ रहे उपस्थित महिला कर्मचारियों ने कहा कि हमलोगों को आठ माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है ।स्वास्थ्य कर्मचारियों को सिर्फ कोरोना वौरियर का दर्जा देने और फूल बरसाने से पेट नहीं भर सकता ।प्रतिमाह ससमय वेतन का भुगतान करने से पेट भरता है वेतन के अभाव में हमलोग मजबूरी में कर्ज लेकर दो वक्त की रोटी,बच्चों की पढ़ाई,लिखाई,मकान किराया आदि आवश्यक कार्य कर रहे हैं ।जबतक स्वास्थ्य प्रशासन नालंदा जिला के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पर्याप्त आवंटन आवंटित नहीं करता है हमारा संघर्ष जारी रहेगा ।जिसका सारा जवाबदेही वित्त मंत्री,स्वास्थ्य मंत्री एवं बिहार सरकार की होगी
।संजय कुमार जिला मंत्री ,नालंदा ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि जिस राज्य में महिला कर्मियों को प्रतिमाह ससमय वेतन का भुगतान नहीं हो सकता उस राज्य में महिला सशक्तिकरण की सोच एक कल्पना मात्र है ।स्वास्थ्य विभाग नालंदा जिला अंतर्गत ठेका पर कार्य करने वाले डाटा इन्ट्री ऑपरेटरों,सुरक्षा गार्डो का भी छ: माह का मजदूरी लंवित है ।बकाया वेतन या मजदूरी का भुगतान के लिए कर्मचारी सड़क पर उतरे यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिंता का विषय है ।महिला स्वास्थ्य कर्मचारी मीना कुमारी ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान के अनुछेद 21 के तहत जिंदा रहने के अधिकार की रक्षा एवं भुखमरी से बचने के लिए वेतन नहीं तो काम नहीं के नारे के साथ आज 16मार्च 2021 से स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा हाजरी बनाकर कार्य बहिष्कार किया जा रहा है ।धरना को अरविंद कुमार,राजेश कुमार सिंह,नदीम,प्रहलाद शर्मा,विद्यावती सिंहा,प्रेमलता कुमारी बबीता कुमारी,कौशिल्या कुमारी,मीना कुमारी,नीलम कुमारी,सरिता कुमारी,ज्योत्सना कुमारी,दीपा रानी,कुमारी सुनिता,पुष्पलता कुमारी ,निर्मला कुमारी सहित कई सदस्योंने संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को बकाया वेतन,प्रोत्साहन राशि,व मजदूरी का अविलंब भुगतान किया जाय ।