बिहार शरीफ – आज दिनांक 14-03-2021 को बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा नालंदा का सामान्य परिषद की बैठक सदर अस्पताल बिहार शरीफ के प्रांगण में राजेश कुमार सिंह उपाध्यक्ष के अध्यक्षता में संपन्न हुआ । राजेश कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना काल में जब सारे निजि संस्थानों ने अपने हाथ खड़े कर दिए तो इस परिस्थिति में कोरोना मरीजों की सेवा करना,दवा देना,जांच करना तथा फिलहाल कोरोना वैक्सिन देने जैसे कार्य स्वास्थ्य विभाग के तृतीय एवं चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के द्वारा ही किया जा रहा है ।
परन्तु खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि विगत कई वर्षों से बिहार के स्वास्थ्य कर्मियों का खासकर महिला कर्मियों का वेतन का भुगतान छ: से सात माह तक बकाया रह जाता है । संजय कुमार जिला मंत्री नालंदा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति के कगार पर है मगर अभी तक पर्याप्त आवंटन की व्यवस्था नहीं की गई है ।ससमय वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण,वेतन वकाया रह जाने के कारण स्वास्थ्य कर्मी भुखमरी के शिकार हो चुके हैं,शारीरिक एवं मानसिक रूप से रूग्न होते जा रहे हैं ।इन समस्याओं के समाधान के लिए बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने अपने आपातकालीन बैठक में यह निर्णय लिया है कि यदि दिनांक 15-03-21 तक पर्याप्त आवंटन उपलब्ध नहीं कराया गया तो वाध्य होकर दिनांक 16मार्च 21से वेतन नहीं तो काम नहीं के सिद्धांत के तहत स्वास्थ्य विभाग के कर्मी हाजरी बनाकर कार्य का बहिष्कार करेंगे ।
बैठक में बिना वेतन के कार्य कर रही आक्रोशित महिला कर्मियों ने कहा कि शीर्ष 2211में बकाया वेतन का भुगतान करने के लिए 21करोड़ की माँग की गई थी जिसमें मात्र साढ़े छः करोड़ का आवंटन प्राप्त हुआ है ।शीर्ष 2210 में दस करोड़ की माँग की गई है जो अबतक अप्राप्त है ।वेतन नहीं तो काम नहीं कार्यक्रम के द्वारा स्वास्थ्य विभाग नालंदा जिला के महिला कर्मी इस त्राहिमाम संदेश को प्रधान सचिव,स्वास्थ्य विभाग,बिहार पटना को पहुँचाने का काम करेगी ।
बैठक को अरविंद कुमार,नदीम,प्रहलाद शर्मा,कौशलेन्द्र कुमार,वीरेन्द्र कुमार,प्रेमलता कुमारी,ज्योत्सना कुमारी,नीलम कुमारी,मंजु कुमारी,माया सिंहा,अनीता कुमारी,रंजीत पासवान,घनश्याम कुमार,आजम अहमद सहित कई सदस्यों
ने संबोधित किया ।तत्पश्चात सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि वेतन नहीं तो काम नहीं कार्यक्रम को सफल बनाया जाय ।