बिहार शरीफ के प्राचीनतम महाविद्यालय नालंदा कॉलेज की 150वीं वर्षगांठ पर छह दिवसीय खेल महोत्सव शुरू किया | गया या खेल महोत्सव नालंदा कॉलेज के प्रांगण में 10 से 16 मार्च तक किया जाएगा| इस कार्यक्रम के उद्घाटन के पश्चात स्वागत भाषण करते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर श्यामा राय ने सभी को खेल को खेल की भावना से खेलने के लिए अपील की तथा खेल को भी अपने दिनचर्या में शामिल करने का प्राथमिकता देने की बात कही, मुख्य अतिथि के रुप में आए नगर निगम के नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ जीवन में खेल का उचित महत्व हम लोग को देनी चाहिए | विशिष्ट अतिथि के रूप में नालंदा की बेटी एवं अंतर्राष्ट्रीय रग्बी खिलाड़ी श्वेता शाही ने अपने अनुभव को शेयर करते हुए कहा कि हर मनुष्य में कमियां होती है उससे लड़ते हुए आपको आगे बढ़ना होगा और उन्होंने एक बात और कहा की बिना कोई पेशेवर प्रशिक्षण के मै एक गांव से निकलकर आज इस मुकाम पर है और जिनके अंदर लगन होगा वह यह उपलब्धि हासिल कर सकता है बस जरूरत है आप के हौसले की, आपके प्रतिबद्धता की | विशिष्ट अतिथि एवं शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अश्वनी कुमार वर्मा ने कहा की कोई भी खेल हो जीत हार होती है लेकिन हार हो या जीत हो खिलाड़ियों को अनुशासन रखनी चाहिए उन्होंने कॉलेज कैंपस में जिम खोलने की मदद करने का भरोसा दिलाया | जिला खेल पदाधिकारी नरेश चौहान ने छात्रों को जिले में होने वाले विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के बारे में जानकारी दी तथा हर संभव मदद करने का भरोसा दिया|
कार्यक्रम के संयोजक खेल समिति के डॉ विनीत लाल ने खेल का समापन अटल की कविताओं से किया जिसमें कर्तव्य करते हुए फल की चिंता नहीं करने की सलाह दी |कॉलेज के अवसर पर खेल समिति के डॉ उपेंद्र मंडल ,डॉ शशांक शेखर झा दिलीप पटेल कॉलेज के शिक्षक डॉ रामकृष्ण परमहंस डॉ रत्नेश अमन डॉ मंजू कुमारी डॉ शहीदुर रहमान डॉ सुमित कुमार डॉ सरवन कुमार डॉ राजेश इशिका संगीता आदि लोग मौजूद थे खेल महोत्सव की शुरूआत अतिथियों ने 100 मीटर की लड़कियों की स्पर्धा को झंडा दिखाकर किया अध्यक्ष उपेंद्र मंडल ने बताया कि 600 से अधिक प्रतिभागी अलग-अलग खेलों में भाग लिया है जो अब तक के सबसे अधिक है सबसे अधिक 18 टीमों में लड़कों के क्रिकेट में हिस्सा लिया है तो वही लड़कियां की तीन टीमों ने हिस्सा लिया है