जिले में एक बार फीर कोरोना ने पांव फैलाना शुरू कर दिया है। दिन व दिन संक्रमित मरीज मिलते जा रहे हैं। लेकिन जिस प्रकार कोविड वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में लापरवाही दिख रही है उससे स्पष्ट हो रहा है कि शायद आज भी लोगों को कोरोना का इंतजार है। क्योंकि एक समय था जब जिले कोरोना अपना कहर बरपा रहा था और वैक्सीन लेने के लिए सत्र स्थल पर लंबी लाईन लगी रहती थी। क्या धुप और क्या पानी, मानो हर लोग टीका लेना सबसे जरूरी समझ रहे थे। टीका लेने में अगर परेशानी हो रही है तो पैरवी भी आ रहा था। लेकिन इसका परिणाम भी काफी सार्थक सिद्ध हुआ। वैक्सीनेशन के कारण तीसरा लहर काफी आसानी से पार कर गया। संक्रमित तो हुए लेकिन किसी को अस्पताल तक जाने की जरूरत नहीं पड़ी। लेकिन अब लोग वैक्सीनेश के प्रति उतनी ही लापरवाही दिखा रहे हैं। खासकर बुस्टर डोज के प्रति अनदेखी के कारण स्वस्थ्य विभाग को चिंता हो रही है। सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं की जो लोग बुस्टर डोज लिए हैं वे दुवारा संक्रमित नहीं हो रहे हैं। लेकिन दवा से ज्यादा जरूरत नहीं पड़ रही है। वर्तमान में बुस्टर डोज के प्रति लापरवाही भविष्य के लिए खतरा का विषय बन सकता है। अगर खतरा बढ़ा तो संभालना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए जिन लाेगों ने अभी तक बुस्टर डोज नहीं लिया है वे आवश्य ले लें।
कोरोना के बढ़ते संभावना के बीच लाभार्थियों का बुस्टर डोज के प्रति अनदेखी स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बना है। बुस्टर डोज के लिए करीब 12 लाख 68 हजार 840 लाभार्थियों का समय पूरा हो चूका है। लेकिन अभी तक मात्र 1 लाख 67 हजार 306 लोग ही बुस्टर डोज ले पाए हैं। 18-59 साल के लाभार्थियों की बात की जाय तो करीब 10 लाख 10 हजार 640 लोगों को बुस्टर डोज लेने का समय पूरा हो गया है जिसमें अभी तक मात्र 1 लाख 8 हजार 982 लोग ही टीका ले पाए हैं। वहीं 60 साल के उपर के 2 लाख 58 हजार 200 लाभार्थियों में मात्र 58 हजार 324 लोग ही बुस्टर डोज लिए हैं। जबकि कुल टीकाकरण का औषत देखा जाय तो जिले की स्थिति काफी अच्छी है। 24 लाख 51 हजार 958 लाभार्थियों में 21 लाख 45 हजार 30 लोगों ने टीका ले लिया है।
डीआईओ डॉ. राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि कोविड टीकाकरण को लेकर गुरूवार को महाभियान का अयोजन किया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त सत्र स्थल बनाने के साथ-साथ डोर टू डोर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। इस अभियान के दौरान विशेष तौर पर बुस्टर डोज लेने वाले लाभार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। कम से कम 50 हजार लोगों को टीका देने का लक्ष्य तय किया गया है।