जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज अंचल कार्यालय सरमेरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उनके द्वारा मुख्य रूप से राजस्व एवं आपदा प्रबंधन से संबंधित कार्यों की समीक्षा की गई। उनके द्वारा अंचल के आरटीपीएस काउंटर का निरीक्षण किया गया। आरटीपीएस काउंटर के पास विभिन्न सेवाओं से संबंधित आवेदनों के प्रपत्र प्रारूप का दीवार लेखन नहीं पाया गया। जबकि इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में ही सभी अंचलों को स्पष्ट रूप से निदेश दिया गया था।जिलाधिकारी ने दो दिनों के अंदर सभी आवेदन प्रपत्र का दीवार लेखन सुनिश्चित कराने का निर्देश अंचलाधिकारी सरमेरा को दिया। परिमार्जन की समीक्षा के क्रम 22 मामले जनवरी से लंबित पाए गए, जिस पर किसी भी प्रकार की
कार्रवाई नहीं की गई थी।
जिलाधिकारी ने इसका कारण पूछा तो पता चला कि संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा इन मामलों का प्रिंट आउट अंचल अधिकारी को उपलब्ध नहीं कराया गया था। जिलाधिकारी ने संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर से स्पष्टीकरण पूछा तथा अंचलाधिकारी के कार्यों के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की। दाखिल खारिज के मामलों के निष्पादन की स्थिति संतोषप्रद पाई गई। जिलाधिकारी ने स्वयं दाखिल खारिज से संबंधित 10 मामलों के रिकॉर्ड की रेंडम जांच की।
आपदा प्रबंधन की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अंचल में सभी सरकारी नावों का निबंधन कराया गया है। जिलाधिकारी ने सभी सरकारी नावों पर निबंधन संख्या एवं भार क्षमता को पेंट के माध्यम से प्रदर्शित कराने का निदेश दिया। संभावित बाढ़ की स्थिति के लिए चिन्हित किए गए शरण स्थली की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने आपदा की स्थिति में टेंट/पंडाल, भोजन सामग्री आदि के स्थानीय स्तर पर उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। जिसकी ससमय आपूर्ति का भरोसा स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं द्वारा दिया गया। स्थानीय स्तर पर चिन्हित गोताखोर एवं नाविकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की गई। आपदा प्रबंधन विभाग के संपूर्ति पोर्टल पर सभी संभावित बाढ़ प्रवण परिवारों की पूर्व ऑनलाइन एंट्री की गई है, इसे अद्यतन रखने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा भूमि विवाद से संबंधित संधारित प्राथमिकता सूची की पंजी का भी अवलोकन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने मौके पर उपस्थित स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर विभिन्न बिंदुओं के संदर्भ में फीडबैक प्राप्त किया तथा उनकी समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली। कुछ लोगों द्वारा कृषि कार्यों के लिए विद्युत आपूर्ति बाधित रहने के बारे में जानकारी दी गई। इस संदर्भ में जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति (ग्रामीण) को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इस अवसर पर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ, भूमि सुधार उप समाहर्ता बिहार शरीफ, जिला राजस्व शाखा प्रभारी, अंचलाधिकारी सरमेरा एवं अन्य स्थानीय पदाधिकारी उपस्थित थे।