असंगठित मजदूरों एवं बच्चों को बीच शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार विषय पर जागरूकता कार्यक्रम। असंगठित क्षेत्र कामगार मजदूरों को बच्चे के प्रति शिक्षा स्वास्थ्य पर परिचर्चा।। हरनौत प्रखंड के शेरपुर महादलित टोला में मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी व ग्राम नियोजन केन्द्र बस्ती हरनौत के द्वारा असंगठित क्षेत्र कामगार मजदूरों को बच्चे एवं अभिभावकों को शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन नालन्दा के संयोजक पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि आप अपने कार्य में लगे रहते हैं और बच्चों को भरण पोषण करते हैं और इस में एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो है शिक्षा स्वास्थ्य जो बच्चे को अधिकार है।हम सब कामगार मज़दूर वर्ग जाने अंजाने में नजर अंदाज कर रहे हैं आप सब जानते हैं कि बच्चे हमारे है लेकिन देश और राष्ट्र के है आने वाले समय देश के भविष्य ये सभी बच्चे हैं इनके रक्षा करने के साथ शिक्षा स्वास्थ्य देखभाल करना हम सबका धर्म कर्म है मानव जीवन में सफल होने के लिए हम सब कहते हैं कि बच्चे भगवान के रूप है पुजा के बदले मैं इन्हें उचित देखभाल पठन पाठन स्वस्थ रहें समय से खान पान पौष्टिक उचित आहार समय से खेल कुद समय पर स्वस्थ जांच कर बच्चों को जरूरत है। देश हित के लिए बच्चों को परवरिश अच्छा होगा तो हमारे गांव प्रखंड जिला राज्य और देश के मान सम्मान बढेगा । पौष्टिक भोजन में बच्चों को दूध हरी सब्जी दाल साग खाने को अवश्य दें। आज आमजनों को राहत पहुंचाने वाले असंगठित क्षेत्र कामगार लोग हम सब मिलकर किया है।राष्ट का बल। कामगारों का दल।। आप सभी साथियों से मेरा अनुरोध है कि नेक कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए जिस तरह रोजगार के प्राथमिकता देते हैं
उसी तरह अपने बच्चों को स्कूल भेजने का काम करे । बच्चों को है अधिकार , शिक्षा स्वास्थ्य और प्यार। जन्म दिया तो शिक्षा दो, शिक्षा का ही भिक्षा दो।। के नारे से अवगत कराया। बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के बताए मार्ग पर चलने कि जरुरत है उठो जागो पढ़ो बढ़ो और सफल मुकाम पर पहुंचो। ईस मौके पर डॉक्टर शिवाकांत पांडेय ने बताया कि बच्चों को स्कूल भेजने के साथ ईनके स्वास्थ्य चिकित्सा संबंधी भी समय समय पर लेनी चाहिए छ महीने के बाद दाल पानी समय पर दें जिससे पाचन शक्ति बढ़ाने के साथ मजबूत होगा श्रमिकों को श्रम के अलावा बच्चों और महिलाओं पर ध्यान देना चाहिए और बच्चे के साथ बच्ची को पढ़ाने का भी प्रयास करें बेटा बुढ़ापे का लाठी है, तो बेटी बुढ़ापे का सहारा है आज कि बेटी सारा कार्य करने में आगे बढ़ रही है। रमेश मांक्षी ने बताया कि हम सब बच्चे को जन्म दें देते हैं और जब पढ़ने कि जरुरत होती है तो तनिक सुख सुविधा के लिए बच्चों को स्कूल भेजने के बजाय काम करवाते हैं यह उचित नहीं है।हम सब मिलकर बच्चों को स्कूल भेजने का काम करे तो अच्छा देश हित के साथ समाज हित में कार्य होगा। मनीष कुमार ने बताया कि सभी बच्चे भगवान के रूप में है महिलाओं से अपील किया कि आप सब अपने कार्य में बच्चों को स्कूल भेजना भी शामिल करें मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के समन्वयक विक्की कुमार ने असंगठित मज़दूर कामगार आज आमजनों को राहत पहुंचाने में आगे रहते हैं लेकिन अपने बच्चों को स्कूल भेजने में नजरअंदाज कर देते हैं बल्कि वक्त पर अमल करते हुए बच्चों को स्कूल भेजने में सक्षम हो ईस से अपने हित के साथ देश हित में कार्य होगा। भीमराव अम्बेडकर जी के बताए मार्ग पर चलने कि जरुरत है पढ़ो बढ़ो और सफल मुकाम पर पहुंचो रोजगार के साथ शिक्षा भी है अधिकार । ईस कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चों के साथ कई दर्जनों महिलाएं व पुरुष भाग लिया।