राजगीर:- नगर क्षेत्र में इन दिनो नगर प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान महज दिखावा है यह सड़क के किनारे अपने व अपने परिवार का तो वक्त का भूख मिटाने एवं अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए फुटपाथ दुकानदार अपना रोजी रोजगार चलाते थे नगर प्रशासन व अनुमंडल प्रशासन ने अतिक्रमण के नाम पर सिर्फ और सिर्फ शोषण करने का काम किया। उक्त बातें नालन्दा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच के अध्यक्ष रमेश कुमार पान ने कहा उन्होंने कहा कि लोगो को जेसीबी चलाकर रोजी रोजगार से वंचित कर दिया गया तथा पथ विक्रेता कानून अधिनियम (फुटकर कानून एक्ट) 2014 का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन अनुमण्डल प्रशासन एवं नगर प्रशासन ने किया।
गरीब फुटपाथ दुकानदार जो सड़क के किनारे रोजगार चलाते थे उनका स्थाई प्रबंध करने की बजाय उस पर प्रशासन का डंडा चलाया गया भोले-भाले गरीब दो जून की रोटी कमाने वाले लोगों को भोजन का शिकार बनना पड़ा वही बड़े-बड़े बिल्डर भू माफिया एवं नगर परिषद एवं जिला परिषद की जो दुकानें अपने नाम से लेकर दूसरे लोगों को चलाने के लिए दे रखा है आवश्यक मोटी कमाई कर रहे हैं उस पर जिला प्रशासन अनुमंडल प्रशासन एवं नगर प्रशासन का नजर नहीं आ रहा है उन लोग के साथ जिला प्रशासन का याराना संबंध साफ झलकता है। चुकी झोपड़ी हटाने के लिए प्रशासन पूरे तामझाम के साथ ट्रैक्टर से लेकर जेसीबी तक उन पर चलाया गया और अपना रुतबा कायम करते हैं , वही स्थाई अतिक्रमण को नोटिस देने के बावजूद भी उस पर कार्रवाई नहीं की जाती है, इससे साफ झलकता है जिला प्रशासन एवं नगर प्रशासन को दो तरह से कानून अमल करती है पूंजीपति के लिए अलग एवं गरीबों के लिए अलग आज अतिक्रमण के नाम पर जो बस स्टैंड और बाजार जॉन में जो निबंधित दुकानदारों पर कहर बरपाया गया है वह कहीं से भी जायज नहीं है ।
उनकी इस कार्रवाई को कहा जाए तो पूंजीपतियों से यारियां गरीबों से गद्दारी करने का काम प्रशासन कर रही है । इसकी हम घोर निंदा करते हैं। कल दिनांक 2 जून 2022 को होने वाली मासिक बैठक में पथ विक्रेता कानून अधिनियम कानून को लेकर कड़ा एवं बड़ा निर्णय लिया जाएगा।