अपने परिवार घर से दूर रहकर पढ़ाई करता है। सालों तैयारी करता है । फिर वैकेंसी आती है और पेपर लीक हो जाता है। परीक्षा रद्द भविष्य खत्म, युवा हताश। उन्होंने कहा कि सभी संस्थान में भ्रष्टा चेयरमैन का बोलबाला तो है ही, BPSC का चेयरमैन भी वैसा ही भ्रष्ट निकला। ऐसे में छात्र करे तो किस पर भरोसा करे। उन्होंने कहा कि ये पेपर नहीं, जिंदगी लीक हो रही है। सपने और मेहनत लीक हो रहे हैं। समय लीक हो रहा है। बच्चों की पढ़ाई में लगी मां-बाप के खून-पसीने और मेहनत की कमाई लीक हो रही है।सड़ी हुई सरकार और गली हुए सिस्टम के प्रति लोगों का भरोसा लीक हो रहा है। न्यायपालिका से न्याय की उम्मीद लीक हो रही है। इसलिए आज हम खुली चनौती देते हैं कि सरकार और सिस्टम की औकात है तो इन प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन कराने वाले बड़े अफसरों और कर्मियों पर कार्रवाई कर के दिखाए। हिम्मत है तक मगरमच्छों और बड़ी मछलियों पर शिकंजा कस के दिखाएं। तभी हजार किलोमीटर दूर यात्रा कर के रातभर स्टेशन पर खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वाले अभ्यर्थियों और परीक्षार्थियों को न्याय मिलेगा। हम इस मामले में हाई कोर्ट के जस्टिस की निगरानी में जांच की मांग करते हैं और जो भी दोषी हों ऊपर से नीचे तक उन पर कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं। इस पुतला दहन कार्यक्रम में जन अधिकार पार्टी के हजारों युवा, छात्र और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिन्होंने तत्काल BPSC के चेयरमैन समेत अन्य लोगों की बर्खास्तगी की मांग की।