बिहारशरीफ के भरावपर अवस्थित पुराने ममता रेस्टौरेंट का जीर्णोद्धार कर उसका नाम ममता रेस्टौरेंट एंड कैफे करते हुए उसका शुभारंभ स्व नागेश्वर प्रसाद जी की धर्मपत्नी श्री मती शुशिला सिन्हा जी के द्वारा विधिवत फ़ीता काटकर किया गया। संस्थान के संचालक दिलीप कुमार ने बताया की यह वही रेस्टौरेंट है जिसे बिहारशरीफ शहर का पहला रेस्टौरेंट होने का गौरव प्राप्त है इसकी शुरुआत उनके पिताजी स्व नागेश्वर प्रसाद जी के द्वारा सन 1992 में किया गया था यानी यह रेस्टौरेंट 30 बर्ष पुराना है उस समय बिहारशरीफ में कोई दूसरा रेस्टौरेंट था ही नहीं शहर वाशियों के ज़ुबान पर यह नाम पूर्व से ही बसा हुआ है सन 1992 से ममता रेस्टौरेंट शहर वाशियों की सेवा करते आ रहा है आज फिर से नए जमाने और स्मार्ट सिटी बिहारशरीफ को देखते हुए यहाँ की जनता के अनुरूप इसे एक नया रूप कैफे के साथ साथ रेस्टौरेंट का लुक दिया गया है इस तरह का यह बिहारशरीफ का फिर से पहला रेस्टौरेंट बनकर शहर वाशियों की सेवा के लिए तैयार है इस कैफे में अलग अलग साउथ इंडियन काउंटर मोकटैल काउंटर एवं लाइव किचन की ब्यवस्था की गयी है जहाँ पूर्णतः वातानुकूलित व्यवस्था में ग्राहक तरह तरह के व्यंजन का आनंद ले सकेंगें । यह रेस्टौरेंट सह कैफे पूर्णतः पारिवारिक माहौल के हिसाब से बनाया गया है
जिसमें कोई अलग से केबिन नहीं रखा गया है इसलिए यह पूर्णतः फ़ैमिली रेस्टौरेंट है साथ ही साथ ग्राहकों की सुविधा का विशेष ख़याल रखते हुए आर ओ प्युरिफ़ायर शुद्ध जल उम्दा क्वालिटी के कटलरी बर्तन साथ ही पूर्णतः हाईजेनिक किचन की व्यवस्था की गयी है पूर्व में भी यह रेस्टौरेंट इस शहर को पहली बार साउथ इंडियन डिश चाइनीज़ डिश के साथ साथ तन्दूर डिश उपलब्ध करवाने वाला पहला रेस्टौरेंट था आज इसे अपग्रेड करके आज की नौजवान पीढ़ी के अनुरूप तैयार किया गया है जिसमें शहर के नौजवान पीढ़ी से लेकर पारिवारिक लोग एक साथ आनंद ले सकेंगें इस शुभारम्भ के अवसर पर शहर के कई गणमान्य लोगों के द्वारा संचालक दिलीप कुमार एवं आर्यन राज को शुभकामना एवं बधाई भी दी गयी एवं उनलोगों ने कहा की हमलोगों के साथ साथ बिहारशरीफ वाशियों को रेस्टौरेंट पुनः शुरू होने का इन्तज़ार काफी दिनों से था जिसे आज दिलीप कुमार जी के द्वारा पूरा कर दिया गया इस अवसर पर परिवार के सदस्यों के साथ साथ बहुत से गणमान्य लोग उपस्थित थे ॥